मुंबई। दवाओं का बढ़ा-चढ़ाकर प्रचार करने वाली कंपनियों पर अब महाराष्ट्र एफडीए नकेल कसने वाली है। खास तौर से इनमें ऐसी कंपनियां शामिल हैं, जो अपनी दवाओं के जरिए यौनांग के साइज और आकार, नपुंसकता, गर्भपात, कैंसर, कुष्टरोग, डायबीटीज, स्त्रीरोग आदि बीमारी में सुधार का भ्रामक दावा करती हैं। शुरुआती दौर में एफडीए ने ऐसे 100 भ्रामक विज्ञापनों की सूची तैयार कर ली है।

एफडीए आयुक्त परिमल सिंह ने बताया कि इस तरह के भ्रामक विज्ञापनों पर पहले से प्रतिबंध लगाया गया है। इस तरह का विज्ञापन देना दवाई व जादू-टोनाविरोधी कानून का उल्लंघन है। विज्ञापन देने वाली इन कंपनियों को नोटिस भेजने की तैयारी एफडीए ने की है। कंपनियों और व्यवसायियों से अपील की है कि ऐसे विज्ञापन देकर नियमों का उल्लंघन न करें। इतना ही नहीं एफडीए ने लोगों से गुजारिश की है कि इस तरह का भ्रामक विज्ञापन देखने पर एफडीए को 18002226831 कॉल या acgbmumzone7@gmail.com पर मेल करें।

बता दें कि कई कंपनियां विज्ञापन के जरिए अपनी-अपनी दवाओं से विभिन्न बीमारियां ठीक होने का दावा करती हैं। इस तरह के भ्रामक विज्ञापन के चक्कर में कई लोग आ रहे हैं और बीमारियों से निजात पाने के लिए इन दवाइयों का सेवन भी करते हैं। हालांकि बाद में लोगों को एहसास होता है कि ठगे गए हैं।