पटना। एनएमसीएच परिसर में संचालित जेनेरिक दवा दुकान में सस्ती की जगह महंगी ब्रांडेड दवाइयां बेचने का मामला सामने आया है। बताया गया कि यहां दवा खरीदने वाले मरीजों को कोई बिल भी नहीं दिया जाता है। डॉक्टर की पर्ची पर जेनेरिक दवा का नाम लिखे जाने के बाद भी मरीज को जबरन ब्रांडेड दवाइयां पकड़ा दी जाती हैं। इस तरह की कई शिकायतें मिलने पर अधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर ने दुकान संचालित करने वाली एजेंसी पर शिकंजा कसा है। वहीं, राज्य स्वास्थ्य समिति के सचिव, स्वास्थ्य सह कार्यपालक निदेशक को पत्र भी लिखा है। पत्र में लिखा गया है जेनेरिक दवा दुकान सरकार के सिद्धांतों एवं संकल्पों का उल्लंघन कर रही है। अस्पताल कर्मियों ने बताया कि एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के पास स्थित जेनेरिक दवा दुकान की गड़बडिय़ों को कई बार पहले भी उजागर किया जा चुका है। इतना ही नहीं, इस दुकान में ताला भी जड़ा गया, लेकिन बाद में ताला खोल लिया गया। पत्र में अधीक्षक ने कहा कि इस जेनेरिक दवा दुकान के कारण आए दिन मरीजों एवं अस्पताल प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनी रहती है। उन्होंने इसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है। अधीक्षक ने दुकान के संचालक मेसर्स सार्प आई एडवर्टाइङ्क्षजग प्राइवेट लिमिटेड को स्पष्टीकरण देने को कहा है।