मुंबई

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में चिकित्सा के लिए जहां देश-विदेश के लोग आते हैं, वहीं शहर व उपनगरों में हजारों की संख्या में फर्जी डॉक्टर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मनपा प्रशासन का तंत्र झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने में निष्फल साबित हो रहा है। फर्जी डॉक्टरों का मामला शिवसेना की नगरसेविका एवं पी/दक्षिण प्रभाग समिति की अध्यक्ष प्रमिला शिंदे ने मनपा की स्वास्थ्य समिति की बैठक में उठाया था। प्रमिला श्ंिादे ने इंडियन मेडिकल काउंसिल महाराष्ट्र के अध्यक्ष के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि मुंबई में 25 हजार समेत पूरे राज्य में 60 हजार फर्जी डॉक्टर हैं, जो मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

बीएमसी के काम पर सवाल

शिंदे ने मुंबई के डॉक्टरों की डिग्री जांच करने की मांग की है। कांग्रेस की नगरसेविका डॉ. अजंता यादव ने शहर की झोपड़पट्टियों में सघन अभियान चलाकर फर्जी नीम-हकीम डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए विशेष समिति बनाने का सुझाव दिया, जबकि स्वास्थ्य समिति के अन्य सदस्यों ने फर्जी डॉक्टरों के लिए मनपा प्रशासन को जिम्मेदार बताया। प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि फर्जी डॉक्टरों पर अंकुश लगाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर सर्वे किया जाता है, जिसके तहत डॉक्टरी करने वालों की शैक्षणिक डिग्री, मेडिकल काउंसिल का रजिस्ट्रेशन आदि की जांच की जाती है।

मरीजों के जीवन के साथ कर रहे खिलवाड़

इस साल जनवरी में 95 फर्जी डॉक्टरों की पहचान की गई थी, जिसमें से 90 स्थानों पर दवाखाना बंद हैं। इलेक्ट्रोपैथी की प्रैक्टिस करने की अनुमति है, वह अपने नाम के आगे डॉक्टर न लगाते हुए प्रैक्टिस कर सकते हैं। मनपा के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक जुलाई माह के सर्वे में 12 संदिग्ध डॉक्टरों की पहचान की गई, जिसमें 4 के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की गई। 5 के प्रमाण पत्र जांच के लिए काउंसिल के पास भेजे गए, जबकि 3 के खिलाफ कोर्ट में कार्रवाई शुरू है। 6 माह में 42 फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

स्वास्थ्य विभाग करता है सर्वे

मुंबई महानगर पालिका क्षेत्र में फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ सीधी कार्रवााई का अधिकार मनपा के स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है। फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ एलोपैथी के लिए महाराष्ट मेडिकल काउंसिल, आयुर्वेदिक, यूनानी के लिए महाराष्ट्र काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन, होमियोपैथी के लिए महाराष्ट्र होमियोपैथी काउंसिल व पुलिस की तरफ से कार्रवाई की जाती है, लेकिन मुंबई के नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति मनपा जिम्मेदार है, जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सर्वे करते हैं।

– सुनीता यादव, अध्यक्ष, मनपा स्वास्थ्य समिति