भिंड। दबोह कस्बे में मेडिकल स्टोर की आड़ में चल रहे क्लीनिक को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की टीम ने छापा मारकर सील कर दिया है। साथ ही इस मेडिकल स्टोर से तीन दवाओं के सैंपल भी लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए भोपाल भेजा जा रहा है। इसके अलावा कोंच रोड पर संचालित एक ओर ऐसी ही क्लीनिक को भी सील किया गया है। यहां दतिया जिले के इंदरगढ़ निवासी चंदा देवी (45) पत्नी कल्लू जाटव गुरुवार को अपने परिवार के लोगों के साथ रतनगढ़ माता मंदिर के दर्शन करने गई थी। वहां से वे अपने परिवार के साथ उत्तरप्रदेश के सलैया गांव में किसी रिश्तेदार के यहां जा रही थी, तभी दबोह में कस्बे में अचानक उनकी तबियत खराब हुई तो परिजन उन्हें दोपहर करीब 3 बजे कस्बे में चावला मेडिकल स्टोर पर ले गए।

जहां उनका इलाज करते हुए उन्हें इंजेक्शन लगाया गया, जिससे उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद दबोह पुलिस ने मृतका के शव का पीएम कराया। जब यह मामला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजीत मिश्रा के सामने आया तो उन्होंने जिला छापामार दल प्रमुख एवं जिला मलेरिया अधिकारी डॉ बीआर आर्य को कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके तहत दल दबोह में चावला मेडिकल स्टोर पर पहुंचा। जहां संचालक रविंद्र सिंह चावला पुत्र गुरुमुख सिंह मेडिकल स्टोर के लाइसेंस की आड़ में मरीजों का उपचार कर रहा था। इसके बाद टीम ने उक्त मेडिकल स्टोर सील कर दिया। इसके बाद टीम कौंच रोड स्थित मां वैष्णो क्लीनिक के संचालक दिनेश शाक्य की अवैध क्लीनिक पर पहुंची, जिसे भी सील कर दिया गया।

इस कार्रवाई में जिला होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके दुबे एवं अजेंद्र सिंह कुशवाह भी शामिल रहे। औषधि निरीक्षक आकांक्षा गरुड़ ने मेडिकल स्टोर से वेटरनरी की दवा लिवेमीशॉल हाइड्रोक्लोराइड ब्रांड का नाम निलजान, खांसी का सिरप- एमब्रोकशॉल हाईड्राक्लोराइड एवं शॉल ब्यूटामॉल ब्रांड का नाम एमब्रोडि्रल-एस और मलेरिया की टेबलेट फ्लोरोक्वीन फास्फेट ब्राड का नाम लियोक्वीन के सैंपल लिए।