Fake Medicine: गाजियाबाद के मोदीनगर में औषिधि विभाग और मोदीनगर पुलिस ने मिलकर बड़ी कार्रवाही करते हुए नकली दवाएं (Fake Medicine) जब्त की है। जब्त की गई इन नकली दवाओं की बाजार कीमत 80 लाख रुपए बताई जा रही है। नकली दवाइयों का कारोबार पिता रुपचंद्र और बेटा रवि कुमार मिलकर करते थे। छापेमारी करने पहुंची टीम ने पिता रुपचंद्र को गिरफ्तार कर लिया जबकि इस कारोबार का मास्टरमाइंड रवि कुमार मौके से फरार है।
बड़ी मात्रा में नकली दवाएं (Fake Medicine) बरामद
इस मामले की जानकारी देते हुए जिला औषधि निरीक्षक अनुरोध ने बताया कि उनकी टीम को सूचना मिली थी कि मोदीनगर के गोविंदपुरी में बड़े स्तर पर नकली दवाइयों का कारोबार हो रहा है। पुलिस के साथ छापेमारी की गई तो वहां पर बडे़ पैमाने पर दवाइयों का स्टॉक मिला। जब्त की गई इन दवाओं का ना तो कोई लाइसेंस था और ना ही कोई रिकॉर्ड पाया गया। पुलिस और औषिधि विभाग की टीम ने बड़ी मात्रा में नकली दवाएं बरामद की।
थोक विक्रेता और फुटकर दुकानदारों को सप्लाई होती थी दवाएं
जांच में सामने आया कि बाप-बेटे की ये जोड़ी नकली दवाओं को थोक विक्रेता और फुटकर दुकानदारों को सप्लाई करती थी। काफी वक्त से टीम इस गिरोह की तलाश में जुटी हुई थी। गिरोह बड़े स्तर पर सात ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली दवाइयां बनाकर बेचते थे।
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बरामद हुई दवाइयां
बरामद हुई दवाइयां कुछ इस प्रकार है- रोजुवास – कैल्सियम
असोट्रोइन-20 आयरन ताकत
कायमोराल ताकत
ट्रिपासिन
जेमकाल कैल्सियम
पैन डी – पेट में गैस
बायो डी -3 प्लस विटामिन डी हड्डी मजबूत करने की ।
ड्रग विभाग की टीम ने की छापेमारी
80 लाख की नकली दवाइयां जब्त की
मोदीनगर के गोविंदपुरी में की गई छापेमारी
पिता-पुत्र के खिलाफ केस दर्ज, पिता गिरफ्तार
बाजारों में भेजी जाती थी नकली दवाइयां
मौके से 8 दवाइयों के सैंपल लिये गए
मौके पर सभी दवाओं को सीज किया गया
— PRIYA RANA (@priyarana3101) May 27, 2023
औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा, राजकुमार सहित अन्य लोग ने देर रात छापेमारी कर इस नकली दवा बेचने के गिरोह का पर्दाफाश किया।
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