गुवाहाटी। याबा टैबलेट की तस्करी का मामला पकड़ में आया है। करीब 20 करोड़ रुपये कीमत की दवाओं समेत दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
यह है मामला
जानकारी अनुसार करीमगंज पुलिस ने श्रीकृष्ण नगर इलाके में मादक पदार्थ विरोधी अभियान शुरू किया। पुलिस अधीक्षक पार्थ प्रोतिम दास के नेतृत्व में चलाए गए इस ऑपरेशन के तहत एक वाहन को रोका गया। वाहन की तलाशी लेने पर गुप्त कक्षों के अंदर छिपाई गई 1,00,000 याबा गोलियां जब्त की गई।
एसपी दास ने बताया कि बरामद की गई गोलियों की कीमत 20 करोड़ रुपये से ज्यादा है। तस्करी के आरोपी दो लोगों को वाहन समेत गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान एरालिगूल इलाके के अबुल हसन और लामाजुआर के निवासी सहरुल इस्लाम के रूप में हुई है।
पूछताछ में पता चला कि नागालैंड के दीमापुर का निवासी अबुल हसन नशीले पदार्थों की काफी समय से सप्लाई करता आ रहा था। वह विशेष तौर पर असम के ऊपरी भाग और मार्गेरिटा क्षेत्र में नशा सप्लाई करता था। फिलहाल दीमापुर से वाहन लेकर सिलचर के रामनगर इलाके में स्थित एक गोदाम से अवैध खेप लोड की गई थी।
बता दें कि याबा, मेथामफेटामाइन और कैफीन का एक संयोजन है। यह अत्यधिक नशे की लत और शक्तिशाली उत्तेजक है जो अक्सर विनाशकारी स्वास्थ्य और सामाजिक परिणामों से जुड़ा होता है।