महू। देश भर में रेमडेसिवीर को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इसी कड़ी में ऐसी भी खबरे आ रही है कि रेमडेसिवीर की कालाबाजारी भी शुरू हो चुकी है। जिसको ध्यान में रखते हुए महू शहर में एसडीएम ने दो दवा दुकानों की जांच की। गौरतलब है कि शहर में रेमडेसिवीर इंजेक्शन को लेकर लोग परेशान हैं। इसकी कमी बनी हुई है, लेकिन साथ ही तरह-तरह का भ्रम भी फैल रहा है।
संक्रमण रिपोर्ट आने के पूर्व ही चिकित्सक उक्त इंजेक्शन लाने के लिए कह रहे हैं। शहर में महंगे दामों पर इंजेक्शन बेचने की सूचना पर एसडीएम अभिलाष मिश्रा ने दो दवा दुकानों की जांच की तथा निर्देश दिए कि मिलने वाले इंजेक्शन की संख्या तथा किसे लगाए गए हैं, उसकी रोजाना सूची लगाई जाए। संक्रमण के मामूली लक्षण दिखते ही रोगी और उसके परिजन उक्त रेमडेसिविर इंजेक्शन की तलाश में लग रहे हैं।
शुक्रवार को एसडीएम अभिलाष मिश्रा को सूचना मिली थी कि तिवारी व मालवा नर्सिंग होम में संचालित दवा दुकानों पर इंजेक्शन हैं तथा जरूरतमंदों को नहीं दे रहे हैं या फिर ऊंची कीमत मांगी जा रही है। मिश्रा ने पहले तिवारी नर्सिंग होम पर छापामार कार्रवाई की, लेकिन वहां इंजेक्शन नहीं मिले। यहां के पूरे रिकार्ड की जांच की। इसके बाद मालवा नर्सिंग होम की दवा दुकान पर कार्रवाई की। यहां तीन दिनों से इंजेक्शन नहीं आए, लेकिन दुकानदार ने एक रोगी को इंजेक्शन देने का बिल काटा है।
पूछताछ करने पर बताया कि एक स्वजन ने कहीं अन्य से व्यवस्था की थी, लेकिन उसने राशि वसूली के लिए बीमे में लगाने के लिए बिल मांगा था वह दिया। एसडीएम ने यहां पूरे रिकार्ड की जांच की तथा दुकान संचालक को थाने ले गए व जिसने बिल बनवाया, उसे भी पूछताछ के लिए बुलवाया। एसडीएम ने इस दौरान चिकित्सकों से भी चर्चा करते हुए निर्देश दिए कि जितने इंजेक्शन मिलते हैं तथा किसे लगाए गए हैं, इसकी रोजाना सूची चस्पा करें। मिश्रा ने कहा कि इंजेक्शन सिर्फ गंभीर रोगी जो आईसीयू में भर्ती हैं, उन्हें पहले लगाए जाएं।