पुणे (महाराष्ट्र)। कोरोना संक्रमण से बचाव में लाभकारी मानी जा रही दवा रेमेडिसविर की मांग बढऩे से इसकी कालाबाजारी भी होने लगी है। पुलिस ने कोविड मरीजों को दी जाने वाली रेमेडिसविर दवा की कालाबाजारी करने के आरोप में पुणे के पिंपरी चिंचवाड इलाके में एक निजी अस्पताल के वार्ड ब्वॉय और उसके दो सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जानकारी अनुसार पुणे के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कोरोना पॉजिटिव महिला को डॉक्टर ने रेमेडिसविर दवा लेने को कहा। शिकायतकर्ता महिला के अनुसार शहर के कई मेडिकल स्टोरों में दवा का पता किया गया लेकिन दवा नहीं मिली। इसके बाद अस्पताल के ही वार्ड ब्वॉय ने महिला को दवा दिलाने की पेशकश की और इसके लिए अधिक दाम मांगे। महिला ने इसकी शिकायत पिंपरी चिंचवाड़ के निगड़ी पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए वार्ड ब्वॉय और उसके दो सहयोगी जिनमें से एक उसी अस्पताल का सुरक्षा गार्ड है के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों की पहचान पुणे के निगड़ी इलाके के रहने वाले शाहिद शेख (34), विजय रंजने (35) और वैष्णवी तक्षक (30) के रूप में हुई है।