नई दिल्ली। शरीर के विशिष्ट हिस्सों में दवा पहुंचाने के लिए तैरने वाले सूक्ष्म रोबोटिक डिवाइस का निर्माण किया गया है। यह रोबोट शुक्राणु कोशिकाओं के आकार और व्यवहार की नकल करते हैं। इन बेहद बारी रोबोट का ऊपरी सिरा चुंबकीय है और निचला हिस्सा लचीली पूंछ जैसा है। उनका ऊपरी सिरा चुंबकीय है। इसके चुंबकीय क्षेत्र से सक्रिय करने पर उन्हें खास हिस्से तक तैर कर जाने में मदद मिलती है। ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर के शोधकर्ताओं ने ये उपकरण और चुंबीय नियंत्रण प्रणाली बनाई है। उन्होंने विभिन्न परिस्थितियों में इन यंत्रों के व्यवहार का पूर्वानुमान लगाने के लिए एक मैथेमेटिकल मॉडल भी विकसित किया है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि इन यंत्रों का इस्तेमाल शरीर के विशिष्ट हिस्सों तक दवाइयां पहुंचाने में किया जा सकता है। साथ ही, इनका इस्तेमाल इलाज में लगने वाले समय में नाटकीय सुधार करने तथा उन्हें सफल बनाने में भी किया जा सकता है। प्रोफेसर फियोडोर ओग्रिन ने कहा कि यह तकनीक हमारे इलाज करने का तौर-तरीका पूरी तरह बदल सकती है। एक दिन इन रोबोट का इस्तेमाल खून की नसों से गुजर कर दवा को ठीक-ठीक उस अंग में पहुंचाने में इस्तेमाल किया जा सकता है जहां उसकी जरूरत है। उन्होंने कहा कि इससे इलाज में लगने वाला समय कम हो सकता है जिससे संभवत: लोगों की जान बच सकती है। यह अनुसंधान जर्नल फिजिक्स ऑफ फ्लूइड्स में प्रकाशित हुआ है।