नई दिल्ली। संख्या के लिहाज से सफदरजंग अस्पताल अब एम्स से भी बड़ा हो गया है। दरअसल, सफदरजंग अस्पताल परिसर में बना 807 बेड की क्षमता वाला सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक शुरू हो गया है। इससे यहां बेड की संख्या बढक़र 2838 तक पहुंच गई है। कुछ महीने पहले अस्पताल में बना 500 बेड वाला इमरजेंसी ब्लॉक शुरू हो चुका है। इस तरह अस्पताल में 1307 नए बेड जुडऩे से यह एम्स से बड़ा हो गया। एम्स की ऐनुअल रिपोर्ट के अनुसार 2362 बेड हैं। सफदरजरंग में बने सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक के 9 अलग-अलग डिपार्टमेंट में ओपीडी शुरू हो गया है। अब यहां पर सर्जरी भी शुरू कर दी गई है। अच्छी बात यह रही कि अस्पताल प्रशासन ने मरीजों के हितों का ध्यान रखते हुए ट्रायल बेसिस पर इलाज शुरू कर दिया है।
ब्लॉक बनने के कई महीने बीत जाने के बाद भी इलाज शुरू नहीं होने पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने नाराजगी जाहिर की थी और 31 जुलाई तक इसे हर हाल में शुरू करने को कहा था। अस्पताल प्रशासन ने पहले से ही फैकल्टी हायर कर ली थी और अब नर्सों की भी नियुक्ति भी हो गई है। इस ब्लॉक का शुरू होना सफदरजंग के लिए बहुत खास है, क्योंकि इसे अपने अंडर लेने के लिए एम्स ने दो बार मंत्रालय में अर्जी दी थी। सफदरजंग हॉस्पिटल में रोजाना 8000 से ज्यादा मरीज ओपीडी में आते हैं। मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पताल का विस्तार करने की योजना बनाई गई। जिसके तहत 1333 करोड़ की लागत से 807 बेड का सुपर स्पेशैलिटी ब्लॉक व 500 बेड का इमरजेंसी ब्लॉक बनाया गया है।
ओपीडी शिफ्ट करने के बाद अस्पताल प्रशासन ने जगह-जगह बैनर लगाकर मरीजों को यह सूचित किया है कि कौन-कौन से डिपार्टमेंट का ओपीडी सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में शुरू हो गया। नए ब्लॉक में ही मरीजों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है और पर्ची भी वहीं मिल रही है। नए ब्लॉक में कार्डिऐक सर्जरी, कार्डियॉलजी, रेसपिरेट्री ऐंड स्लीप डिसऑर्डर, इंडोक्रोनॉलजी, कैंसर डिपार्टमेंट, यूरॉलोजी, नेफ्रॉलोजी और न्यूरोसर्जरी की ओपीडी शुरू हो गई है। यहां पर ऑपरेशन थिएटर शुरू कर दिया जाएगा और पहली सर्जरी यूरॉलोजी के डॉक्टर करेंगे।