मेरठ। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन उत्तर प्रदेश ने सभी आइएमए में ब्लड बैंक खोलने का निर्णय लिया है। यहां आयोजित वार्षिक बैठक में आइएमए ने केंद्र सरकार के टीबी उन्मूलन कार्यक्रम एवं टीकाकरण कार्यक्रम में पूरी ताकत के साथ सहयोग करने की बात भी कही। क्लीनिकल इस्टैबलिशमेंट एक्ट लागू करने से पहले आइएमए केंद्र सरकार से संशोधन की मांग करेगा। सीएमओ कार्यालय में अस्पतालों एवं निजी चिकित्सकों के पंजीकरण को लेकर भी अहम चर्चा हुई। मेरठ को प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ ब्रांच की शील्ड दी गई है। प्रदेश आइएमए सचिव डा. जयंत शर्मा ने बताया कि आएमए की प्रदेश में नई कार्यकारिणी ने विधिवत कार्यभार संभाल लिया है। पहले दिन पुरस्कारों की घोषणाएं हुई और विशेषज्ञ चिकित्सकों ने इलाज की नई तकनीकों पर प्रजेंटेशन दिया। वहीं अगले दिन स्टेट काउंसिल की मीटिंग में प्रदेश आइएमए ने वर्षभर के आय-व्यय का ब्योरा रखा। नवनिर्वाचित अध्यक्ष डा. अशोक राय ने पूर्व अध्यक्ष डा. एएम खान से पदभार ग्रहण किया। मेरठ के डा. एमके बंसल को वर्ष 2019-20 के लिए अध्यक्ष चुना गया है। अलीगढ़ के डा. जयंत शर्मा प्रदेश के सचिव होंगे। प्रदेश की 30 सदस्यीय कार्यकारिणी चुनी गई है। इसमें मेरठ के डा. अनिल कपूर भी हैं। मेरठ चैप्टर को 13 गोल्ड, एक सिल्वर, कानपुर को 13 गोल्ड दो सिल्वर, आगरा को 12 गोल्ड दो सिल्वर, बनारस को आठ गोल्ड पांच सिल्वर और इलाहाबाद को छह गोल्ड मिले। यूपी आइएमए अध्यक्ष डा. अशोक राय ने बताया कि कुल 81 मेडल दिए गए। चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए बनाए गए प्रोटेक्शन एक्ट को पूरी तरह लागू करने की मांग की जाएगी। कहा गया कि सीएमओ कार्यालय में हर साल पंजीकरण के बजाय पांच साल में एक बार या आजीवन पंजीकरण की व्यवस्था होनी चाहिए। इस दौरान अमेठी समेत कई जिलों में पहली बार गठित आइएमए शाखा की घोषणा भी की गई।