नई दिल्ली। राजधानी के कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआई) की डिस्पेंसरियों में बड़े पैमाने पर दवाओं में धांधली का मामला सामने आया है। यहां मरीजों के इस्तेमाल के लिए आने वाली दवाइयां मरीजों को न बांटकर फार्मासिस्ट उसे अवैध तरीके से औने-पौने दाम में बाजार में बेच डालते हैं। ऐसे ही एक मामले में क्राइम ब्रांच ने टिगड़ी स्थित ईएसआई डिस्पेंसरी में कार्यरत फार्मासिस्ट अंकित मिश्रा समेत रिसीवर सुमित राठी को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से भारी मात्रा में सरकारी इस्तेमाल की दवाइयां बरामद हुई है। इन दवाइयों पर नॉट फॉर सेल व ईएसआई की मुहर लगी है। डीसीपी क्राइम ब्रांच डॉ. जी. रामगोपाल नायक ने बताया कि अंकित मिश्रा कई सालों से ईएसआई की टिगड़ी स्थित डिस्पेंसरी में बतौर फार्मासिस्ट तैनात था। दूसरा आरोपी सुमित राठी कई सालों से अंकित मिश्रा के संपर्क में आकर सरकारी इस्तेमाल की दवाओं को अवैध रूप से बाजार में बेचने का काम कर रहा था। दोनों को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए दो दिनों के रिमांड पर लिया गया है। संभावना है कि इनसे पूछताछ के बाद कुछ और डिस्पेंसरियों में तैनात फार्मासिस्टों व अन्य की गिरफ्तारी हो सकती है।