जयपुर। प्रदेश के सभी सहकारी दवा विक्रय केन्द्र आनलाइन साॅफ्टवेयर से जुड़ेंगे। इसके लिये सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग द्वारा विकसित वेब आधारित साॅफ्टवेयर से संचालित किया जायेगा। सहकारिता रजिस्ट्रार मुक्तानंद अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के सभी दवा विक्रय केन्द्रों को ऑनलाइन साॅफ्टवेयर से प्रदेश में दवा के क्रय-विक्रय में बेहतर प्रबंधन करते हुए आमजन सहित पेंशनर को गुणवत्ता युक्त दवाइयां सुगमता से उपलब्ध हो सकेंगी।

उन्होंने बताया कि इस साॅफ्टवेयर के लागू होने से पेंशनर को अपनी पहचान के लिये पेंशन डायरी के प्रथम पृष्ठ, डाॅक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब्ड दवाइयों की सूची, आवंटित बजट राशि आदि की फोटो प्रतियां नहीं देनी पड़ेगी।

साॅफ्टवेयर को आधार से जोड़ा गया है गया है जिससे पेंशनर को अपनी दवाइयां लेने के लिये स्वयं दवा विक्रय केन्द्र पर उपस्थित होने से मुक्ति मिल जायेगी। उन्होंने बताया कि भविष्य में पेंशनर द्वारा एनएसी के आधार पर खरीदी गई दवाइयों के बिल भी ऑनलाइन साॅफ्टवेयर से लिये जाने की योजना है जिससे पेंशनर घर बैठे अपने एनएसी क्लेम बिल प्रस्तुत कर सकेगा। उन्होंने बताया कि इससे पैंशनर अपने बिल के भुगतान की स्थिति को भी आसानी से ट्रेक कर सकेगा।