नई दिल्ली: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने अपने नए शोध में बताया है कि माउथवाश का इस्तेमाल जरा संभलकर करें। यह डायबिटीज को आमंत्रित करता है। आजकल दांतों को हेल्दी रखने के लिए टूथपेस्ट के साथ अलग-अलग फ्लेवर वाले माउथवाश का यूज बढ़ रहा है। ऐसे माउथवाश के रोजाना इस्तेमाल से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
40 से 65 वर्ष की उम्र के 1200 लोगों पर किए गए इस अध्ययन के बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि ये माउथवाश मूलत: बैक्टीरिया विरोधी द्रव्य होते हैं जो शरीर में मौजूद ऐसे जीवाणु और माइक्रोब को भी नष्ट कर देते हैं जो डायबिटीज और मोटापे से हमारी रक्षा करते हैं। माउथवाश केवल दांत की बीमारियां पैदा करने वाले नहीं बल्कि उपयोगी बैक्टीरिया को भी मार देते हैं। ये बैक्टीरिया शरीर में नाइटिक ऑक्साइड उत्पन्न करते हैं जो शरीर में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित रखता है। शोध में पाया गया कि लेवर वाले माउथवाश का दिन में दो बार प्रयोग करने वाले लोगों में डायबिटीज होने का खतरा 55 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।