नई दिल्ली। आमतौर पर केमिस्ट शॉप से दवाई लेते समय लोग एक्सपायरी डेट देखते हैं और उसकी कीमत देखते हैं। इस दौरान वे दवा के रैपर पर बने वो निशान नजरअंदाज कर देते हैं, जो कि बेहद अहम होते हैं। ये निशान दवा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं कि उन्हें खरीदना चाहिए या नहीं या वो दवाई नशीली तो नहीं है। आइए दवा से संबंधित ऐसे ही अहम निशानों के बारे में जानते हैं।
जानें किस निशान का है क्या मतलब
XRx का निशान: आमतौर पर मेंटल डिस्ऑर्डर्स के इलाज में जो मेडिसिन उपयोग हाती हैं उन पर XRx लिखा होता है। ये दवाएं नशीली होती हैं। बिना प्रिस्क्रिप्शन के कोई भी मेडिकल स्टोर ये दवाएं नहीं बेच सकता है। साथ ही दवा बेचने पर उसे प्रिस्क्रिप्शन की कॉपी 2 साल तक संभालकर रखनी होती है।
NRx का निशान: ये दवाएं डिप्रेशन, एंजाइटी या किसी बुरी लत को दूर करने के ट्रीटमेंट में इस्तेमाल होती हैं। ये दवाएं बिना डॉक्टर के सलाह के ना ली जा सकती हैं और ना ही बिना प्रिस्क्रिप्शन के बेची जा सकती हैं।
Rx का निशान: ये दवाएं भी डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए लेकिन यह सामान्य दवाएं होती हैं।
रेड लाइन: रैपर पर बनी लाल रंग की पट्टी की दवाएं भी डॉक्टर की सलाह से ही लें। आमतौर पर यह पट्टी एंटीबायोटिक दवाइयों पर होती है। इन्हें खरीदने से पहले भी डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
साभार: ज़ी न्यूज़