रुद्रपुर। करीब एक सप्ताह पहले नशीली दवा और इंजेक्शन बेचने के मामले में सील किए गए मेडिकल स्टोर में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने स्टोर से तीन पेटी नशीले इंजेक्शन बरामद कर लाइसेंस धारक महिला सहित दुकान का संचालन करने वाले उसके पति और देवर के खिलाफ केस दर्ज किया है।
कुछ दिन पूर्व एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स ने रामपुर रोड स्थित सोनिया होटल के पास से नशे के 150 इंजेक्शनों के साथ आशुतोष विद्या मंदिर वाली गली खेड़ा रुद्रपुर निवासी सोनू गंगवार को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सोनू ने बताया कि वह खेड़ा निवासी किशन गंगवार के प्रीत विहार स्थित हिमालय मेडिकल स्टोर में काम करता है। उसने बताया था कि किशन गंगवार और उसके भाई सूरज गंगवार के कहने पर ही नशे के इंजेक्शनों की सप्लाई करता था। सोनू ने हिमालय मेडिकल स्टोर में और भी नशे के इंजेक्शनों का स्टॉक रखे होने की बात कही थी, जिसकी जांच के लिए पुलिस ने मेडिकल स्टोर को सीज कर सोनू के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
अब पुलिस को उक्त मेडिकल स्टोर में आग लगने की सूचना मिली। सूचना पर ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट और सुुुधीर कुमार के साथ मौके पर पहुंचे कोतवाल केसी भट्ट ने मेडिकल स्टोर की तलाशी ली तो वहां से नशीले इंजेक्शनों से भरी तीन पेटियां बरामद हुईं। कोतवाल केसी भट्ट ने बताया कि मेडिकल स्टोर का लाइसेंस खेड़ा निवासी ज्योति गंगवार के नाम से है जबकि दुकान का संचालन उसका पति किशन गंगवार और देवर सूरज गंगवार करते हैं। इसके चलते तीनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर उनकी धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है। बताया गया है कि हिमालय स्टोर में लगी आग का कारण शॉर्ट सर्किट नहीं है और आग से दुकान में रखे फर्नीचर आदि सामान में किसी तरह का नुकसान भी नहीं हुआ। इससे पुलिस अंदेशा जता रही है कि स्टोर में रखी प्रतिबंधित दवाओं को नष्ट करने के लिए किसी ने जानबूझकर आग लगाई है। दुकान का शटर तुड़वाकर पुलिस को स्टोर के अंदर दाखिल होना पड़ा।