गुरुग्राम। देश कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को थामने के लिए देश में लॉकडाउन लागू है। सरकारें आवश्यक वस्तुओं और दवाओं की किल्लत नहीं होने का आश्वासन देती रही हैं, लेकिन कालाबाजारी के धंधे में संलिप्त कहां बाज आने वाले।
हरियाणा के गुरुग्राम में ड्रग डिपार्टमेंट ने बीते डेढ़ महीने में डेढ़ दर्जन रेड कर करोड़ों रुपये कीमत के मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनर गन के साथ ही कच्चा माल बरामद किया है। इस संबंध में जिले के ड्रग अधिकारी मनदीप चौहान ने कहा कि बरामद किया गया सैनिटाइजर तय मानकों के विपरीत था। गोरखधंधे में संलिप्त लोगों ने इसे बेचना भी शुरू कर दिया था। बरामद किए गए सैनिटाइजर की कीमत ही लगभग 1.25 करोड़ रुपये है।
उन्होंने कहा कि चीन से आयात कर थर्मल स्कैनर गन को कालाबाजारी की नीयत से स्टोर किया गया था। ड्रग अधिकारी ने कहा कि थर्मल स्कैनर गन को कालाबाजारी में संलिप्त लोग 7,500 से 10,000 के बीच बेचने की तैयारी में थे। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी होते ही प्रदेश सरकार ने 862 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से खरीद लिया. आज इसकी आपूर्ति पूरे प्रदेश में कर दी गई है। ड्रग अधिकारी ने कहा कि खरीदे गए थर्मल स्कैनर गन की कीमत लगभग 6 करोड़ के करीब है। उन्होंने दावा किया कि मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी के हर मंसूबे को विभाग ने नाकाम कर दिया। ड्रग अधिकारी ने कहा कि गुरुग्राम में मास्क की कीमत हमने 10 रुपये प्रति पीस निर्धारित किया था। बाद में केंद्र सरकार ने भी मास्क की कीमत 10 रुपये निर्धारित की। गौरतलब है कि कोरोना की महामारी के बढ़ने के कारण देश में सैनिटाइजर और मास्क की मांग बढ़ गई थी।