हिसार। हरियाणा में एचआईवी और एडस से पीड़ित मरीजों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। बता दें कि अब हरियाणा के 7 जिलों में एआरटी सेंटर शुरू किये जाएंगे। बता दें कि हिसार सहित प्रदेश के सात जिलों में एंट्री रेट्रोवायरल ट्रीटमेंट सेंटर का उद्घाटान अप्रैल महीने की शुरुआत में किया जाएगा। संभावना है कि एक अप्रैल को इन सेंटर का उद्घाटन कर दिया जाएगा। हालांकि इनका उद्घाटन शनिवार को ही होना था। लेकिन उच्चधिकारियों की ओर से अप्रैल महीने में ही इन्हें शुरु करने के आदेश मिले है।
हिसार सहित कुरूक्षेत्र, करनाल, झज्जर, पंचकूला, रेवाड़ी और कैथल के स्वास्थ्य केंद्रो में एआरटी सेंटर स्थापित किए गए है। दरअसल हिसार ,सीएमओ-डा. रत्नाभारती ने बताया कि सिविल अस्पताल में ही एआरटी सेंटर का उद्घाटन किया जाना था। लेकिन इसे उच्चाधिकारियों के आदेशों पर पोस्टपोन किया गया है। उच्च अधिकारियों से निर्देश के बाद एक अप्रैल को उद्घाटन किए जाने की संभावना है।
हिसार के सिविल अस्पताल में वाटर वर्क्स के पीछे पुरानी बिल्डिंग को रिनोवेट करके एआरटी बनाया गया है। इससे पहले इस बिल्डिंग को रिनोवेट करके यहां आइसोलेशन सेंटर और पोस्टमार्टम हाउस बनाया गया था। अब फिर से इस बिल्डिंग को रिनोवेट करके एआरटी सेंटर स्थापित किया गया है। सेंटर के नोडल अधिकारी के रूप में डा. सुशील गर्ग काम करेंगे। साथ ही स्वास्थ्य कर्मी बलकार व अन्य टीम सेंटर में काम करेगी।
एआरटी सेंटर शुरु होने से एड्स और एचआईवी के उपचार के लिए दवा इसी सेंटर से उपलब्ध होगी। मरीजों को अब रोहतक या अन्य जगहों पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस सेंटर में एड्स के सीडी 4 टेस्ट की सुविधा भी मरीजों को मिलेगी। सीडी 4 टेस्ट से यह पता लगा पाएगा की शरीर में इन बीमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कितनी है। इस टेस्ट से यह पता लग सकता है कि मरीज को एचआईवी किस स्टेज पर है और किस लाइन की दवा उनको देनी है। एचआईवी संक्रमित मरीजों को शुरुआत में लाइन एक की दवा दी जाती है। लाइन एक का मतलब होता है स्टेज एक। गौरतलब है कि जिले में एचआईवी और एड्स के करीब 800 मरीज है। जो हिसार से बाहर उपचार ले रहे है।