चंडीगढ़। डॉक्टर बनने का सपना संजोए युवाओं के लिए खुशी की खबर है। हरियाणा सरकार राज्य के पांचों सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 250 सीटें बढ़ाने जा रही है। प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में पचास-पचास सीटें बढ़ाई जाएंगी। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से हरी झंडी मिलने के बाद ही सरकार ने युद्ध स्तर पर यह प्रक्रिया तेज कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की इस संदर्भ में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मंत्रणा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को इस बाबत फाइल भेजी जा चुकी है। शीघ्र ही कागजी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी। सरकार के मुताबिक एमसीआई का झुकाव इस ओर गरीब सवर्णों को दिए जा रहे दस प्रतिशत आरक्षण की वजह से है। हालांकि आरक्षण के मुताबिक 25 सीटों को बढ़ाने का ही प्रावधान है लेकिन 250 सीटें बढ़ाने को लेकर सहमति बन चुकी है। वर्तमान में हरियाणा में सरकारी कॉलेजों में 600 सीटें हैं। 250 सीटें बढऩे के बाद यह आंकड़ा 850 तक पहुंच जाएगा।
हरियाणा में इस समय पीजीआई रोहतक में मेडिकल की 200, अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में 100, खानपुर मेडिकल कॉलेज में 100, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में 100 और शहीद हसन खान मेडिकल कॉलेज मेवात में 100 सीटे हैं। इसके अतिरिक्त निजी मेडिकल कॉलेजों में अतिरिक्त सीटें हैं। एमसीआई ने सिर्फ सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ही सीटें बढ़ाने का फैसला लिया है। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा 10 फीसदी गरीब सवर्णों को आरक्षण दिए जाने के बाद देशभर में यह कवायद शुरू हो गई है। इसमें हरियाणा ने पहल करते हुए 250 सीटें झटकने की कवायद शुरू कर दी है। इस आरक्षण कोटे का लाभ गरीब सवर्णों को मिलेगा, जो कि महंगी पढ़ाई होने के कारण मन मसोस कर रह जाते थे। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि  सरकारी कॉलेजों में 250 सीटें बढऩे से हरियाणा के गरीब सवर्णों को फायदा होगा। एमसीआई की ओर से मिली जानकारी के बाद जल्द ही यह सीटें बढ़ जाएंगी। अगले सत्र तक विद्यार्थियों को इसका लाभ भी मिल जाएगा।