हिसार। हरियाणा में दवा घोटाले के बाद नया घोटाला सामने आया है। इसके साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज सुर्खियों में आ गए है। पिछली बार की तरह इस बार भी इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला ये घोटाला सभी के सामने लेकर आए है।
दवा खरीद घोटाले के बाद अब हिसार सांसद दुष्यंत चौटाला ने नेशनल हैल्थ मिशन यानी एनएचएम में बड़े घोटाले के आरोप लगाए है। पूरे सबूतों के साथ उन्होने प्रैस कॉन्फ्रेंस कर अनिल विज पर हमला बोला और उनके इस्तीफे की मांग की। चौटाला ने आरोप लगाया कि विज ने ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर किया जो इस पद के लिए बिल्कुल भी योग्य नहीं था। अगर विज साहब इस तरह के लोगों को नियुक्त करते हैं तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
दरअसल अरुण पराशर को फार्मास्टिकल कमीशन का रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया था। उनके नियुक्ति पत्र पर अनिल विज के हस्ताक्षर हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पराशर ने 12वीं भी ऐसे बोर्ड से की है जिनका उन्होंने आज तक नाम नहीं सुना है। पराशर की फार्मास्टिकल की डिग्री भी कोर्ट में सवालों के घेरे में हैं। इसके बाद भी उनकी कई बार नियुक्ति की जाती है। अरुण पराशर का आज कार्यकाल खत्म हो रहा है लेकिन सरकार 1 या 2 अप्रैल तक उनको फिर से नियुक्त कर सकती है। दुष्यंत चौटाला ने सवाल किया कि सरकार को ऐसे लोगों को पद से हटाकर सीबीआई जांच करवानी चाहिए।