चंडीगढ़ : राज्य के फूड एवं ड्रग विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की गतिविधियों को लेकर अकसर उंगलियां उठती रही हैं। राज्य के कई फूड एवं ड्रग अधिकारी भ्रष्टाचार में गले तक डूबे पाए गए हैं। सूत्रों की मानें तो विजिलेंस की धरपकड़ के बावजूद ड्रग एवं फूड विभाग में लेन-देन की परपंरा जारी है। इसे गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने सार्थक प्रयास किया है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने खाद्य एवं औषध प्रशासन के प्रदेश मुख्यालय एवं जिला कार्यालयों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में विभाग को शीघ्र कार्रवाई करने तथा रिपोर्ट भेजने को कहा है। उन्होंने बताया कि खाद्य एवं रसायन प्रयोगशाला, प्रदेश मुख्यालय एवं जिला कार्यालयों सहित विभाग के अन्य सभी कार्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगें। इन कैमरों में रिकार्डिंग एवं संचयन की सुविधा भी होगी, जिससे विभाग की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों को भ्रष्टïाचार मुक्त प्रशासन देने के लिए सरकार आधुनिक तकनीक का सहारा ले रही है। इन कैमरों के स्थापन से खाद्य एवं औषध प्रशासन की प्रत्येक गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा सकेगी है, जिससे लोगों की शिकायतों की जांच एवं उन्हें दूर करने में सहायता मिलेगी। इन सीसीटीवी कैमरों को शीघ्र स्थापित करने के लिए प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।