नई दिल्ली। दिल का इलाज कराना महंगा हो गया है। सरकार ने स्टेंट की अधिकतम कीमत में बदलाव किया है, जिसके कारण अब स्टेंट 1 अप्रैल से करीब 2 हजार रुपए ज्यादा कीमत पर मिलेगा। राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने सभी स्टेंट निर्माता कंपनियों के साथ बैठक के बाद स्टेंट की नई कीमतें तय कर थोड़ी राहत जरूर दी है। बताया जा रहा है कि सरकार लंबे समय से विदेशी कंपनियों का दबाव झेल रही है। गौरतलब है कि दिल की धमनियों में ब्लॉकेज को दूर करने के लिए कोरोनरी स्टेंट का इस्तेमाल किया जाता है। एंजियोप्लास्टि प्रक्रिया के तहत डॉक्टर स्टेंट डालता है। ज्यादात्तर डीईएस स्टेंट का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इन स्टेंट का इस्तेमाल आर्टरी यानि धमनियों के कमजोर पडऩे पर भी किया जाता है ताकि इनकी मदद से रक्त प्रवाह में मदद मिल सके। जिन स्टेंट पर दवाओं का लेपन नहीं होता है, उन्हें बीएमएस कहते हैं। डॉक्टरों के अनुसार भारत में डीईएस और बीएमएस स्टेंट का सर्वाधिक इस्तेमाल होता है। एनपीपीए के अनुसार दवा छोडऩे वाले स्टेंट यानी डीईएस की नई कीमत में 2190 और बीएमएस स्टेंट पर करीब 601 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। डीईएस स्टेंट की कीमत 27,890 से बढ़ाकर 30,080 रुपये की गई है, जबकि बेयर मेटल स्टेंट (बीएमएस) की कीमत 7660 से बढ़ाकर 8261 रुपये कर दी गई है। 1 अप्रैल 2019 से ये नई कीमतें लागू कर दी गई हैं।