कानपुर। बारा गांव में स्थित दवा गोदाम से पांच माह पहले करीब 22 लाख की दवाओं की चोरी के मामले में पुलिस ने आसपास के जिलों में चोरी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जरैला मोड़ के पास पकड़े गए आरोपियों से लोडर में लदी करीब 19 लाख की दवाएं बरामद हुई हैं। व्यापारी ने दवा की पेटियां देखकर माल की शिनाख्त की। दरअसल चोरों ने पहली बार दवा की इतने बड़े पैमाने पर चोरी की थी। दवाएं होने की वजह से इसकी बिक्री बाजार में नहीं हो पा रही थी। इससे गिरोह के लोग परेशान थे। पुलिस की मानें तो ये लोडर में दवाएं लादकर कहीं ठिकाने लगाने की कोशिश में जा रहे थे। तभी सूचना मिल गई।

पुलिस ने बताया कि बाजार में आसानी से बिकने वाला माल होता तो इतनी रिकवरी संभव नहीं थी। दवाओं की वजह से चोरों को इनकी बिक्री करने में परेशानी हुई। वह केवल बीस प्रतिशत माल की खपा पाए। पुलिस ने इनके पास से लोडर में लदी 63 पेटी दवाएं, चोरी हुआ लैपटॉप और एक कंप्यूटर बरामद किया है। हालांकि, पुलिस ये स्पष्ट नहीं कर सकी कि चोर दवाएं लेकर कहां जा रहे थे। घटना में दो के अलावा कितने और लोग शामिल थे? पुलिस अभी यह भी नहीं पता लगा सकी है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी सतीश पर कानपुर के सचेंडी थाने में हत्या के दो, पनकी थाने में चोरी व लूट के कई मामले दर्ज हैं। वह सचेंडी थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। वह कानपुर, उन्नाव, फतेहपुर, औरैया, जालौन जिलों में वारदात को अंजाम देता है।

वहीं जालौन के कदौरा निवासी राशिद उर्फ राजवीर पर कानपुर के नौबस्ता थाने में लूट, महोबा के कबरई थाने में हत्या के प्रयास व चोरी की रिपोर्ट दर्ज है। जालौैन के सदर कोतवाली में उस पर हत्या की रिपोर्ट है। एएसपी ने बताया कि दोनों मिलकर गैंग का संचालन करते हैं। सर्विलांस टीम को इस गैंग के हर सदस्य की जानकारी एकत्र कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। दवा गोदाम में चोरी की वारदात के तार बारा गांव से भी जुड़े हैं। पुलिस की छानबीन में ये बात सामने आई है। हालांकि पुलिस ने अभी किसी के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही जिले से कई और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। जो दवा चोरी की घटना में शामिल रहे हैं। पुलिस ने कई और लोगों के शामिल होने की बाबत जानकारी जुटाने की बात कही है।

अकबरपुर के बारा गांव स्थित व्यापारी नासिर के दवा गोदाम का ताला तोड़कर चोर पिछले साल 23 दिसंबर को दवा की पेटियां डीसीएम पर लादकर फरार हो गए थे। व्यापारी ने करीब 22 लाख की दवाएं चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना के पांच माह बाद बुधवार रात पुलिस ने भीमसेन सचेंडी के सतीश और कदौरा जालौन के राशिद उर्फ राजवीर को गिरफ्तार कर लिया। अकबरपुर कोतवाली में एएसपी घनश्याम चौरसिया ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए दोनों शातिरों को जल्द ही रिमांड में लेकर घटना में शामिल उनके साथियों की जानकारी जुटाई जाएगी। बताया कि दोनों शातिर रेकी करके चोरी के लिए दुकान चिह्नित करते थे।

एएसपी ने बताया कि घटना का खुलासा करने वाली अकबरपुर कोतवाली और सर्विलांस टीम को दस हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। दवा व्यापारी नासिर ने बताया कि पांच माह पहले चोरी की घटना हुई थी। इसके एक वर्ष पहले दवा खरीदी गई थी। दवा की अधिकतम वैधता दो वर्ष होती है। कोर्ट से दवा जल्द रिलीज कराने के लिए प्रयास करना पड़ेगा। अगर समय से रिलीज नहीं हो सकी तो पूरी दवा बेकार हो जाएगी। कहा कि काफी दवा तो अभी भी बेकार हो चुकी है। दवा बरामदगी के बाद भी चोरों ने बड़ा नुकसान कर दिया है।