मेरठ (उत्तर प्रदेश)। मेरठ जिले में नकली दवाओं की सप्लाई कर अवैध कमाई की मामला प्रकाश में आया है। औषधि विभाग की टीम ने लाखों रुपए की नकली दवाएं बरामद की है। हालांकि, कार्रवाई के दौरान आरोपियों ने औषधि विभाग की टीम का विरोध किया और उनकी कार में तोडफ़ोड़ की।
पुलिस ने मौके से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जानकारी अनुसार खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की संयुक्त टीम को सूचना मिली थी कि शहर में नकली दवाई की सप्लाई की जा रही है। सूचना पर टीम ने एक रिक्शा में जा रही दवाओं को पकड़ा। पूछताछ में अन्य जानकारी सामने आने पर टीम ने तिरंगा गेट के पास छापेमारी की। औषधि निरीक्षक पवन शाक्य ने बताया कि एफएसडीए की टीम ने स्टेट बैंक कॉलोनी के सामने अफसर अली के घर पर छापा मारा। यहां से नकली दवा बरामद हुई। अफसर की जानकारी के आधार पर टीम ने मुस्तकीम नामक व्यक्ति के घर पर छापेमारी की, यहां से भी टीम को बड़ी संख्या में नकली दवाइयां बरामद हुईं। यहां बरामद दवा की कीमत करीब पांच लाख बताई गई है। आदिल नाम के एक अन्य व्यक्ति के यहां छापेमारी की गई तो वहां से भी करीब 12 लाख रुपए की नकदी दवाइयां बरामद हुई। टीम ने सभी दवाइयों को अपने कब्जे में ले लिया। बरामद दवाइयों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे।