नई दिल्ली। एम्स के इतिहास में पहली बार मात्र सात दिन के नवजात का देहदान किया गया है। शाहदरा निवासी सूरज गुप्ता के अनुसार उनकी पत्नी आंचल गुप्ता ने एक मार्च को पटपडग़ंज स्थित मैक्स अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। बच्चे के जन्म से परिवार के लोग खुशियों से सराबोर हो उठे। लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था। जन्म के कुछ ही घंटों बाद डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे के हृदय की धमनियां आपस में उलझी हुई हैं और उसे हल्का दिल का दौरा पड़ा है। नवजात को तुरंत एम्स लेकर गए। वहां डॉक्टरों ने सातवें दिन उसकी ओपन हार्ट सर्जरी की। सर्जरी के बावजूद कुछ घंटे बाद ही नवजात की मौत हो गई। परिवार के लोगों ने साहस का परिचय देते हुए अपने घर के चिराग का देहदान करने का फैसला किया। एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. बलराम ऐरन ने पीडि़त परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की और उनके इस साहसिक फैसले को मेडिकल शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया है। उनका कहना है कि उसका इस्तेमाल मेडिकल के छात्रों को पढ़ाने व शोध में होगा।








