जयपुर। अब राज्य में दवाओं की जांच रिपोर्ट तीन माह में मिल सकेंगी। इसके लिए प्रदेश में तीन नई ड्रग टेस्टिंग लैब खोली जा रही हैं। इन लैब के साथ ही राजस्थान देश में ऐसा पहला राज्य होगा, जहां चार ड्रग टेस्टिंग लैब संचालित होंगी। दवा माफिया पर शिकंजा कसने और आमजन को बेहतर गुणवत्ता की दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में तीनों नई लैब 17 करोड़ रुपए की लागत से जोधपुर, बीकानेर व उदयपुर में बनाई जा रही हैं। इनमें सिविल सहित अन्य सभी काम पूरे हो चुके हैं। अब आरएमएससीएल के जरिए लैब के लिए उपकरण खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह तक तक ये लैब शुरू हो जाएंगी। विभाग में 54 नए डीसीओ को नियुक्ति देकर सभी स्वीकृत पद भी भरे गए हैं ताकि नकली दवाओं के साथ क्वालिटी पर काम हो सके। प्रदेश में अभी एक औषधि जांच प्रयोगशाला जयपुर में है। यहां हर साल चार हजार से अधिक सैम्पल की जांच होती है। उदयपुर, जोधपुर सहित अन्य सभी जिलों से सैंपल जयपुर में ही आते हैं। ऐसे में जांच रिपोर्ट आने में छह से आठ महीने तक का समय लग जाता है। जयपुर ड्रग कंट्रोलर डॉ. राजाराम के अनुसार प्रदेश में तीन लैब बनाई गई हैं। आरएमएससीएल के जरिए उपकरण खरीद प्रक्रिया चल रही है। जल्दी ही ये शुरू हो जाएंगी और नकली दवाओं के कारोबार पर रोक लगाना आसान होगा।