नई दिल्ली। आईने में अपना चेहरा थका थका नजर आने लगे तो समझिए त्वचा को तराशने की जरुरत है। आपका मुखरा जवां दिखे, उसकी चमक वापस लौट आए, इसलिए समय समय पर उसकी मरम्मत जरुरी है। प्लास्टिक सर्जन कई तरीकों से आपके चेहरे को तरोताजा बना सकते हैं। बढ़ती उम्र, तनाव, प्रदूषण और धूप से चेहरे की त्वचा को हमेशा नुकसान पहुंचता रहता है। इसलिए जवां दिखते रहने के लिए चेहरे को तराशना आज की जरुरत बन गई है। हमें अपनी त्वचा को चमकाए रखने के लिए दिन भर कुछ न कुछ करते रहना चाहिए।
अपोलो अस्पताल के प्लास्टिक व कासमेटिक सर्जन डॉ. अनुप धीर कहते हैं-  ‘बढ़ती उम्र के साथ  त्वटचा में मौजूद फैट और कोलेजन घटने लगता है, जिससे चेहरे की त्वरचा ढीली पड़ने लगती है । उस पर बारीक लकीरें एवं झुर्रियां भी दिखने लगती हैं। हम अपनी त्व चा की देखभाल के लिए दिन भर में काफी कुछ कर सकते हैं। स्व स्थै एवं संतुलित आहार, नियमित तौर पर व्यारयाम,अच्छीह नींद और सनस्क्रीथन का नियमित इस्तेआमाल कुछ ऐसी दिनचर्या है जिससे त्वचा की चमक बनी रहने में खासी मदद मिलती है। लेकिन इतना सब कुछ करना पर्याप्त  हो यह जरूरी नहीं। आजकल चेहरे की त्वआचा को दोबारा युवा बनाने के लिए कई विकल्पत उपलब्धी हैं और ये तरीके अब जीवन और कैरियर के लिए अनिवार्य बन गए  हैं’।
डॉ. धीर के अनुसार चेहरे की त्वचा की चमक बनाए रखने के लिए  नीचे दिए गए तरीके कारगर भी हैं और सुरक्षित भी ।

लेजर रिजुविनेशन: लेजर ट्रीटमेंट को कई वर्षों से त्व्चा को दोबारा जवां बनाने के लिए इस्तेुमाल किया जा रहा है। अब विभिन्नस प्रकार की लेजर मशीनें उपलब्ध  हैं और उनकी प्रदर्शन की गुणवत्ताि भी लगातार सुधर रही है।
इंजेक्टेधबल बोटुलिनम टॉक्सिन और डर्मल फिलर्स : बोटोक्से एक प्योबरीफाइड प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों को निष्क्रिय बनाकर उन्हें  सिकुड़ने से रोकता है। इसका इस्तेामाल कई वर्षों से मेडिकल चिकित्सनकाओं में किया जा रहा है और इसे सु‍रक्षित माना जाता है। चेहरे की त्विचा को दोबारा जवां बनाने के लिए यह बेहद लोकप्रिय इलाज है। जब इसे चेहरे की मांसपेशियों में इंजेक्टन किया जाता है तो अस्थााई तौर पर चेहरे की मांसपेशियों को लकवा मार जाता है और फिर यह चेहरे पर आई बारीक लकीरों और झुर्रियों को दूर कर देता है। आज कई डर्मा फिलर्स उपलब्धौ हैं और इन्हें  चेहरे को फिर से भरा हुआ दिखाने, त्वरचा से झुर्रियां और बारीक लकीरें हटाने के साथ ही चेहरे की त्व चा और मांसपेशियों को सपोर्ट देने के लिए इस्ते माल किया जाता है।
प्ले‍टलेट रिच प्ला ज्मा  (पीआरपी) थेरेपी: चेहरे की दमक लौटाने के लिए यह एक आसान, चुस्ता और प्रभावी थेरेपी है। इसमें रोगी के शरीर से थोड़ा का खून लिया जाता है। इसमें से प्लेतटलेट से भरपूर प्लांज्माम को खून में मौजूद अन्यू कोशिकाओं से अलग किया जाता है। इसके बाद इस एक्समट्रैक्ट‍ को बेहद बारीक सुइयों के जरिए चेहरे की त्वलचा में इंजेक्टी किया जाता है। प्लेटटलेट से भरपूर प्लारज्माज विकास के लिए बहुत अच्छां होता है और इसमें कोलेजन की मरम्मेत करने व उसे रिस्टोलर करने की क्षमता होती है।
ऑटोलोगस फैट ग्राफ्टिंग : यह फेस रिजुविनेशन की बेहद लोकप्रिय प्रक्रिया है। इसमें शरीर के हिस्सेर से फैट को हार्वेस्टल (बारीक कैन्यूहला के जरिए हटाया जाता है), उसे प्योहरीफाई किया जाता है और फिर बारीक सुइयों की मदद से चेहरे की त्वाचा में इंजेक्टि किया जाता है। इससे चेहरे को भरा हुआ दिखाने में मदद मिलती है और यह बिना रिजेक्शटन के जोखिम के यह बेहद सुरक्षित प्रक्रिया है। आजकल फैट से फैट स्टेिम सेल्सि भी एक्सदट्रैक्टत की जा सकती हैं, जिनमें रिजुविनेशन और मरम्मरत करने की ज्याीदा क्षमता होती है। इसे नैनो फैट ग्राफ्टिंग भी कहते हैं।
थर्मेज: को ‘लंच टाइम फेसलिफ्ट’ भी कहते हैं और यह सुरक्षित, नॉन-इन्वेरसिव फेशियल रिजुविनेशन तकनीक है। एक हैंडपीस से त्वतचा की गहराई में मौजूद कोलेजन को रेडियो फ्रीक्वें सी की गर्म ऊर्जा दी जाती है। इस ऊर्जा से कोलेजन का नवीनीकरण और मरम्मफत होती है, जिससे चेहरे की त्वजचा का टेक्सनचर भी सुधरता है।
सर्जिकल फेस लिफ्ट: इसका इस्तेीमाल तब किया जाता है जब चेहरे की त्व्चा इतनी लटक चुकी हो या उसमें इतनी झुर्रियां हों कि उन्हेंज उपर्युक्ता बताए गए तरीकों से हटाना मुमकिन नहीं हो। इसे सामान्यर एनेस्थेंसिया देकर किया जाता है और इसलिए आपको अपने काम से कुछ समय की छुट्टी भी लेनी पड़ सकती है। इस दौरान होने वाली मुश्किलों और सूजन को जाने में कुछ दिन लग सकते हैं। अक्ससर सर्जिकल फेसलिफ्ट के साथ फैट ग्राफ्टिंग भी कर दी जाती है, जिससे बेहतर नतीजे मिलते हैं। सर्जरी के कुछ महीनों के बाद फेसलिफ्ट के नतीजे और बेहतर होते हैं।
डॉ. धीर आगे कहते हैं- लेकिन आपके लिए कौन सा तरीका सबसे उपयुक्तब होगा, यह कॉस्मे टिक सर्जन ही बता सकते हैं। हमेशा इस बात का ध्या न रखें कि आपका चेहरा बहुत जटिल और कोमल है। इस पर कुछ भी कराने के लिए हमेशा योग्यब एवं प्रशिक्षण प्राप्तम डॉक्टुर पर ही भरोसा करें।