शिमला। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि राज्य सरकार डॉक्टरों और दवा कंपनियों के बीच सांठगांठ मामले को लेकर गंभीर है। इस बारे में करीब 400 शिकायतें मिली हैं, जिन पर स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों और दवा कम्पनियों को नोटिस जारी किए हैं। जल्द ही सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वे यहां ‘प्रेस द मीट’ को संबोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में चल रही स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी नए साल के पहले महीने में ही दूर की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मौजूदा समय में करीब 276 विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद खली पड़े हैं जिन्हें सरकार जल्द ही भरने जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सभी नए डॉक्टरों को प्रदेश में कम से कम पांच साल तक सेवाएँ करनी पड़ेगी। इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा। विपिन परमार ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पांच साल के भीतर स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए जो रोडमैप तैयार किया गया है, उसे धरातल तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार की सभी योजनायों के तहत प्रदेश के लोगों को सभी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हंै, जिसके तहत आयुष्मान भारत योजन के तहत अब तक करीब 1450 लोगों को लाभ मिल चुका है। इसके अलावा सरकार ने पांच साल के भीतर करीब 22 लाख लोगों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।