जोगेंद्रनगर (हप्र.)। आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट को वेतनमान के मामले में दोहरे मापदंड अपनाने पर प्रदेश फार्मासिस्ट महासंघ ने प्रदेश सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त की है। प्रदेश के आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से एलोपेथिक फार्मासिस्ट की तर्ज पर वेतनमान देने की मांग की है। यही नहीं, मांगों की अनदेखी करने पर प्रदेश आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट महासंघ ने जन आंदोलन की भी चेतावनी दे डाली है। जिला आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट महासंघ मंडी के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने कहा कि प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत फार्मासिस्ट वर्ग को शुरुआती वेतनमान दस हजार 300 और आखिरी 34 हजार 800 में ग्रेड पे 4200, वहीं चीफ फार्मासिस्ट को 4600 ग्रेड पे दिया जा रहा है। लेकिन आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट को शुरुआती 5910 आखिरी 20 हजार तथा ग्रेड पे तीन हजार क्रमश: मुख्य फार्मासिस्ट को दस हजार तीन सौ और 3800 ग्रेड पे देकर दोहरे मापदंड अपनाए जा रहे हैं। सरकार की इस कार्यप्रणाली से आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट भडक़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि दोनों ही विभागों में तैनात फार्मासिस्ट उपचार के दौरान मरीजों को एक जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं। उसके बावजूद वेतनमान पर अलग-अलग मापदंड आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों के लिए एक धोखा है।