नई दिल्ली। चीन में मानव ब्लड प्लाज्मा से बनने वाली एक दवा में एचआइवी संक्रमण मिलने का मामला सामने आया है। हालांकि सरकार ने जांच के बाद दवा को क्लीनचिट दे दी है। नेशनल हेल्थ कमीशन (एनएचसी) की रिपोर्ट के अनुसार शंघाई स्थित कंपनी चाइना मेहेको शिनजिंग फार्मा की बनाई हुई दवा इंट्रावेनस इम्यूनोग्लोबलिन के एक बैच का सैंपल एचआइवी संक्रमित है। यह दवा मानव ब्लड प्लाज्मा से बनाई जाती है। इसका इस्तेमाल शरीर के कमजोर इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) को सुधारने के लिए होता है। एनएचसी की रिपोर्ट के बाद प्रशासन ने जांच टीम को पुन: जांच के लिए भेजा था। जांच अधिकारियों का कहना है कि सैंपल सुरक्षित हैं। इनमें एचआइवी, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी का संक्रमण नहीं मिला है। हालांकि जांच पूरी होने तक इस बैच की सभी दवाओं को वापस मंगाने और प्रयोग नहीं करने की बात कही गई है। बता दें कि जुलाई, 2018 में सैकड़ों बच्चों को पोलियो का एक्सपायर्ड टीका लगाने का मामला सामने आया था। रेबीज के टीके के उत्पादन के आंकड़ों से छेड़छाड़ के मामले ने भी तूल पकड़ा था।