रतलाम। शहर के रतलाम पब्लिक स्कूल (आरपीएस) की बस में नशीली दवाइयां छिपाकर दूसरी जगह सप्लाई करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बस को जब्त कर चालक को हिरासत में लिया है। बस में दवाइयों के 100 से अधिक कार्टून भरे थे।
गौरतलब है कि नारकोटिक्स इंदौर की टीम ने नशीली दवाओं को रखने व बेचने के मामले में पारस पाटीदार को गिरफ्तार किया था। इसके बाद ही आरपीएस की बस में दवाओं की सप्लाई का मामला पकड़ा। औषधि विभाग और पुलिस की टीम ने मिलकर बस जब्त करने और बस चालक से पूछताछ के बाद आरोपी पाटीदार के दो गोदाम सील कर दिए। फिलहाल आरोपी पारस जेल में है। उसकी पत्नी अनीता पाटीदार आरपीएस के प्रबंधन से जुड़ी बताई गई है। पुलिस ने मामले में बस चालक आशाराम और बापू नगर निवासी रतनाकर पंवार को हिरासत में लिया है। रतनाकर ने पुलिस को बताया कि वह ये दवाएं अनिता पाटीदार के कहने पर मुखर्जी नगर स्थित गोदाम से स्कूल बस में भरकर नए गोदाम पर ले जा रहा था। पुलिस ने जब दवाओं की जांच के लिए औषधि प्रशासन की टीम को बुलाया तो विभाग डॉ. सारिका अग्रवाल जांच के लिए पहुंची। इस दौरान कुछ दवाइयां एक्सपायरी डेट की मिली। रतनाकर से पूछताछ के बाद रात करीब 10 बजे पुलिस-प्रशासन की टीम तहसीलदार गोपाल सोनी को साथ लेकर मुखर्जी नगर स्थित एक मकान पर पहुंची। वहां पर ताला लगा नजर आने पर प्रशासनिक अमले ने घर में बने गोदाम को सील कर दिया। साथ ही उस पर एक नोटिस भी चस्पा किया है। जिस पर लिखा था कि बस चालक की निशानदेही पर उक्त घर में दवाइयां रखी होने के संदेह के चलते इसे सील किया है, ऐसे में कोई भी व्यक्ति सील से छेड़छाड़ न करें और जिस भी व्यक्ति का यह मकान है, वह यहां आकर नोटिस पर दर्ज नंबर पर फोन लगाकर संपर्क करें। मुखर्जी नगर में कार्रवाई के बाद टीम दूसरे गोदाम पर पहुंची और उसे भी सील कर दिया।