रोहतक। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओ.पी. कालरा ने कहा कि भारत में चिकित्सा क्षेत्र में स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की काफी कमी है। इस समय देश में करीब 495 मेडिकल कालेज हैं और वहां से हर साल एमबीबीएस पास करने वाले छात्र पीजी कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं लेकिन पीजी की सीटों की कमी होने के चलते सभी चिकित्सक पीजी ट्रेनिंग नहीं कर पाते। इसी कारण देश में पीजी की कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए सिविल अस्पतालों व कार्पोरेट अस्पताल में डीएनबी कोर्स शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। इसके बाद देश में स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की संख्या में काफी इजाफा होगा, जिसका सीधा फायदा मरीजों को मिलेगा। पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में डीएनबी कोर्स शुरू करने पर विचार करने के लिए सिम्पोजियम का आयोजन किया है। सिम्पोजियम का विषय शॉर्टेज ऑफ ट्रेंड स्पेशिलिस्ट मेडिकल मैनपावर इन इंडिया: पोसिबल सोल्युशनस है। उन्होंने बताया कि पंचकुला के सरकारी अस्पताल में रेडियोलोजी में डीएनबी की सीट के लिए अप्लाई किया था, जिसकी नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन से स्वीकृति मिल गई है।