आगरा। नशीली दवाओं के बाद अब गर्भपात की दवाओं की कालाबाजारी का मामला सामने आया है। मेडिकल स्टोर संचालक 40 रुपए कीमत वाली किट को 350 रुपए तक में बेच रहे है। इनकी खरीद-फरोख्त बिना बिल के करके मोटी कमाई करने में जुटे हंै। बता दें कि गर्भपात दवाओं की किट पर एमआरपी 350 रुपए से अधिक रहती है। यह बिना बिल के दवा विक्रेता 40 से 60 रुपये में खरीदते हैं। इसे मरीजों को एमआरपी पर ही बेच दिया जाता है।
गौरतलब है कि इस दवा को चिकित्सकीय परामर्श पर ही दिया जाना चाहिए, लेकिन कई मरीज चिकित्सकीय परामर्श लिए बिना ही इन दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसका फायदा उठाते हुए दवा विक्रेता 40 रुपये की कीमत की गर्भपात दवाओं को 350 रुपये तक में बेच रहे हैं। इस तरह से दवा विक्रेता दस गुना तक मुनाफा कमाते हैं। ड्रग विभाग की टीम ने अछनेरा में श्रीनाथ मेडिकल स्टोर से तीन कंपनियों की गर्भ निरोधक दवाओं की 18 किट जब्त की थीं। मेडिकल स्टोर संचालक इसका बिल नहीं दिखा पाया था। वह भी बिना बिल के दवा बेच रहा था। हालांकि जिला आगरा केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आशू शर्मा का कहना है कि सभी दवा विक्रेताओं को गर्भपात दवाओं की खरीद-फरोख्त बिल से करने को कहा है। ड्रग इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा का कहना है कि डाक्टरी संस्तुति पर ही गर्भपात दवाओं की बिक्री की जानी चाहिए, इसके बिल भी साथ हों। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी।
पिछले महीने राजस्थान में भी गर्भपात दवाओं की अवैध बिक्री पकड़ी गई थी। करीब 70 हजार रुपये की गर्भपात दवाएं आगरा से ही खरीदी गई थीं। इस पर राजस्थान पुलिस ने आगरा के दवा बाजार फव्वारा में छापेमार कार्रवाई कर दो विक्रेताओं को पकड़ा था।