पटना। शहर में अमानक दवाओं के काले कारोबार का मामला सामने आया है। औषधि विभाग ने गोविंद मित्रा रोड स्थित कामाख्या फॉर्मा के दवा गोदाम में छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली दवाओं को जब्त किया है।
बताया जा रहा है कि पकड़े जाने के डर से संचालक ने कामाख्या फॉर्मा दवा गोदाम को बंद कर दिया था। लेकिन, पक्की सूचना व मजिस्ट्रेट के सामने विभाग की टीम ने गोदाम का ताला तोड़ा और जांच के बाद नकली दवाएं जब्त की। औषधि विभाग ने कामाख्या फॉर्मा दवा दुकान के खिलाफ पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। ड्रग इंस्पेक्टर विश्वजीत दास गुप्ता व संदीप कुमार ने बताया कि जब्त की गई दवाओं में मल्टी विटामिन, कफ सिरप व एंटीबायोटिक दवाएं शामिल हैं। विश्वजीत दास ने कहा कि कामाख्या फॉर्मा में बिना लाइसेंस के ही दवा गोदाम से दवाओं की खरीद-बिक्री की जा रही थी। यहां से पटना, गया, औरंगाबाद आदि शहरों में फुटकर व थोक दवाओं का कारोबार हो रहा था।
दवा गोदाम नीतू सिन्हा के नाम पर संचालित किया जा रहा था, जिसमें छापेमारी के दौरान चार लाख की नकली दवाएं जब्त की गई। वहीं, छह तरह के लिए सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया है। गोदाम का ताला तोडऩे से पहले कई बार नोटिस दिया गया, लेकिन किसी ने आकर इसे नहीं खोाल, तो मजिस्ट्रेट के सामने ताला तोड़ा गया।