बरेली। एंटीबायोटिक दवा का लिया गया सैंपल जांच में फेल पाया गया है। इस दवा की बिक्री पर रोक लगाते हुए कंपनी को नोटिस भेजा गया है। जानकारी अनुसार खाद्य एवं औषधि विभाग ने अक्टूबर महीने में फतेहगंज पूर्वी के एक मेडिकल स्टोर से ईमफिक्स-200 एंटीबायोटिक टैबलेट का सैंपल लिया था। इस सैंपल को जब जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया तो जांच में दवा में तय मानकों पर खरी नहीं उतरी। इसके बाद विभाग की तरफ से इसकी बिक्री पर रोक लगा दी है।
इस दवा का बैच नंबर एसएसबी-2605 है। इस दवा को बनाने वाली कंपनी हिमाचल प्रदेश की श्री सांई बालाजी फार्माटेक है। अधिकारियों का कहना है कि कंपनी को विभाग की तरफ नोटिस जारी किया गया है। कंपनी का जवाब आने के बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ आयरन एंड फोलिक एसिड सिरप का सैंपल भी फेल हो गया। इस दवा का सैंपल सिंतबर महीने में वेयर हाउस सेंटर से लिया गया था। जहां से जिला अस्पताल और जिले की सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं का वितरण किया जाता है। खास बात यह है कि मानकों पर खरी नहीं उतरने वाली दवा को एनीमिया से पीडि़त बच्चों को पिला भी दिया गया। इनकी संख्या हजारों में है। अब पता चला है कि जिस दवा को पिलाया जा रहा था। अधिकारियों का कहना है कि कंपनी को नोटिस भेजा गया है। इसके साथ कंपनी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। वह मानकों के मुताबिक थी ही नहीं। इसके पहले जिला अस्पताल में वितरित की जाने वाली एंटीमलेरिया की दवा भी सैंपल में फेल हो गई थी।
ड्रग इंस्पेक्टर विवेक कुमार ने बताया कि पिदले दिनों कई दवाओं का सैंपल लिए गए थे। लैब से इनकी रिपोर्ट आने पर पता चला कि वह मानकों पर खरी नहीं उतरी है। इसके चलते उक्त दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी है।