अम्बाला, बृजेंद्र मल्होत्रा। हरियाणा स्टेट फार्मेसी कॉउंसिल की बैठक में सर्वसम्मति से उपचेयरमैन सोहन लाल कंसल को कॉउंसिल के रजिस्ट्रार का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया, जिसे कंसल ने फार्मासिटों की लंबित समस्यायों के मध्यनजर स्वीकार कर लिया। उन्होंने अब इस अतिरिक्त पदभार को सम्भालते ही अगले ही दिन कॉउंसिल के अनुमोदन पर सरकारी अनुमति आने तक इस पद पर बैठने में अपनी असमर्थता जाहिर की, जिस पर कॉउंसिल के चेयरमैन धनेश अधलखा ने सरकार को पत्र लिख प्रदेश के फार्मासिस्टों की लंबित समस्याओं के मध्यनजर शीघ्र अनुमति प्रदान करने की गुहार लगाई।
उल्लेखनीय है कि कंसल फार्मासिस्टों के हितों की रक्षा करने के चलते किसी पचड़े में नहीं पडऩा चाहते। अत: सरकारी अनुमति आने तक वे रजिस्ट्रार के पद पर नहीं बैठेंगे। सरकारी अनुमति की प्रक्रिया के लिए रूटीन में करीब 10 से 15 कार्यदिवस का समय लग जाता है । कंसल ने कहा कि फार्मासिस्टों की समस्या से वे भली प्रकार परिचित हैं। अत: अपने कार्यों के लिए अभी कॉउंसिल कार्यालय की तरफ भागदौड़ न करें। वरीयता के आधार पर फाइलों को सरकारी अनुमति के बाद ही देख सकेंगे। प्रदेश के फार्मासिस्ट कॉउंसिल कार्यालय में आने- जाने में अपना समय व्यर्थ न गंवाएं।