नाहन (हप्र)। सूबे के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब स्थित डिजिटल विजन दवा कंपनी में बनी खांसी और जुकाम की दवा के सैंपल फेल आए हैं। कोल्ड बेस्ट सीरप दवा में डाई एथिलीन ग्लाइकोल नामक जहरीला पदार्थ पाया गया है। जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के स्टेट ड्रग कंट्रोलर की सैंपल की रिपोर्ट के आधार पर हिमाचल स्टेट ड्रग कंट्रोलर की टीम ने कंपनी प्रबंधकों के खिलाफ कालाअंब पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया। दवा कंपनी को सील करने के साथ ही लाइसेंस भी सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, जल्द ही इस मामले में गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
गौरतलब है कि सेंट्रल ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया और हिमाचल स्टेट ड्रग कंट्रोलर की टीम ने 15 से 18 फरवरी तक डिजिटल विजन कंपनी में छापेमारी कर सैंपल भरे थे। साथ ही कंपनी का सारा रिकॉर्ड भी जब्त किया था। जांच के दौरान टीम को पता चला कि कच्चा माल चेन्नई से दिल्ली, दिल्ली से अंबाला और अंबाला से कालाअंब में डीलरों द्वारा पहुंचाया गया था। इसके बाद कालाअंब में दवा का उत्पादन किया गया। इस बैच की 5500 बोतलों का उत्पादन सितंबर 2019 में किया गया। इसकी सप्लाई 10 राज्यों में की गई। सिरमौर के एसपी अजय कृष्ण शर्मा ने कहा कि उद्योग प्रबंधन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जल्द ही गिरफ्तारी होगी।
बता दें कि दिसंबर 2019 और जनवरी 2020 में जम्मू व उधमपुर में खांसी-जुकाम की दवा का सेवन करने से 12 बच्चों की मौत हो गई थी। जबकि करीब 36 बच्चों की किडनी खराब होने के मामले सामने आए। इसके बाद जम्मू-कश्मीर के स्टेट ड्रग कंट्रोलर ने हिमाचल को इस उद्योग पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा। हिमाचल प्रदेश हेल्थ एंड सेफ्टी रेगुलेटरी विभाग के निदेशक डॉ. नरेश कुमार ल_ ने बताया कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में सैंपल की रिपोर्ट फेल आने के बाद उद्योग प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर कंपनी को सील कर दिया गया है। हिमाचल प्रदेश के राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह के अनुसार दवा उद्योग का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। जो सैंपल हमारी टीम ने भरे थे। अभी उसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। 17 फरवरी से ही उद्योग में उत्पादन बंद है।