आज अधिकतर लोग किसी ना किसी बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसी कई बीमारियां हैं, जिनके लक्षण समझ में नहीं आते हैं और फिर बाद में ये बीमारियां जीवन के लिए घातक हो जाती हैं। बिना दस्तक दिए धीरे-धीरे होने वाली बीमारियों को समझ पाना हर किसी के लिए बहुत मुश्किल होता है। साइलेंट किलर की तरह काम करने वाली ये बीमारियां हमें घेर न लें इसलिए समय-समय पर मेडिकल चेकअप कराते रहना चाहिए, साथ ही नियमित व्यायाम व खानपान में भी सावधानी रखनी चाहिए।

बड़ी बीमारी का संकेत देता है हाई ब्लड प्रेशर-
एम्स के डॉ. नबी वली के अनुसार, शरीर में ब्लडप्रेशर कई बीमारियों के संकेत दे देता है। बदलती दिनचर्या और तनावपूर्ण जीवन शैली के चलते इन दिनों हर तीसरा व्यक्ति उच्च रक्तचाप की समस्या से पीड़ित है। नियमित चेकअप और खानपान में सावधानी रखकर हाई ब्लडप्रेशर की समस्या से बचा जा सकता है। रक्तचाप के बढ़ने के कारण हार्टअटैक, किडनी की बीमारी, कोलेस्ट्रोल का बढ़ना और स्ट्रोक जैसी कई दिक्कतें खड़ी हो जाती हैं। ब्लड प्रेशर को संतुलित करने के लिए ज्यादा नमक और तले हुए खाने से बचना चाहिए। साथ ही वसायुक्त खाने से दूर रहना चाहिए।

डायबिटीज की बीमारी-
एम्स के डॉ. अनुराग शाही के अनुसार, डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज को प्रत्यक्ष रूप से कोई दर्द तो नहीं होता है, लेकिन इसका स्तर असामान्य हो जाए तो कई शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। डायबिटीज की बीमारी वैसे तो आनुवंशिक बीमारी मानी जाती है, लेकिन आज की अनियमित जीवनशैली भी इसका एक बहुत बड़ा कारण है। इस बीमारी के शुरुआती लक्षण समझ नहीं आते हैं लेकिन चिड़चिड़ापन, पैरों में दर्द, गला सूखना और बार बार यूरिन आना इसके कुछ संकेत हो सकते हैं। यदि इस प्रकार के संकेत महसूस होते हैं, तो तुरंत मेडिकल चेकअप करा लेना चाहिए। खाने में कम कार्बोहाइड्रेट वाले खाने का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा शुगर फ्री या गुड का सेवन करना चाहिए।

किडनी की समस्या-
किडनी से संबंधित परेशानी भी मरीज के सामने अचानक आती है, लेकिन किडनी से संबंधित समस्या बीमारी सामने आने के काफी पहले ही शुरू हो जाती है। यदि शुरुआती लक्षणों को ही परख लिया जाए तो किडनी की समस्या से बचा जा सकता है। यदि बार-बार उल्टी जैसा जी करना, शारीरिक कमजोरी महसूस होना, शरीर में सूजन जैसे कोई संकेत दिखें तो तुरंत चेकअप करवा लेना चाहिए। किडनी की बीमारी अधिकतर बाहर का खाना खाने वाले लोगों को होती है, इसलिए बाहर के जंक फूड खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा हरी सब्जियां, फाइबर से भरपूर फल और दही का नियमित सेवन करने से किडनी की बीमारी से बचा जा सकता है। साथ ही यह भी ध्यान देना चाहिए कि दिन में कितनी बार टॉयलेट आ रहे हैं। सामान्य तौर पर कोई व्यक्ति 8 से 10 बार यदि दिनभर में टॉयलेट करता है कि उसकी किडनी को स्वस्थ माना जाता है।

कैंसर के लक्षण-
कैंसर भी एक बड़ी साइलेंट किलर बीमारी है, जिसके शुरुआती लक्षणों को समझ पाना बेहद ही मुश्किल है। फेफड़ों में कैंसर, त्वचा का कैंसर, स्तन कैंसर और ब्लड कैंसर आदि कई प्रकार के कैंसर कई लोगों को हो रहे हैं। जिसका इलाज तो संभव है, लेकिन कैंसर के सभी बैक्टीरिया को खत्म करना काफी मुश्किल है। कैंसर की बीमारियों से बचने के लिए विटामिन ‘सी’ से भरपूर चीजें खानी चाहिए और नियमित व्यायाम करना चाहिए। इसके अलावा प्लास्टिक का अधिकतम उपयोग भी कैंसर का कारण माना जा रहा है।