चंडीगढ़। हरियाणा सरकार को केंद्र से रैपिड टेस्टिंग किट मिल गई हैं। इससे कोरोना संक्रमितों का पता और जल्दी चल पाएगा। इन्हें प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों को कोरोना की जांच के लिए भेज दिया गया है। सीएम मनोहर लाल के निवास पर वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई सर्वदलीय बैठक के बाद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेपिड टेस्टिंग किट को आईसीएमआर ने मंजूरी दी है। इससे रिपोर्ट 8 घंटे की बजाए सिर्फ 5 मिनट में आ जाएगी। एनसीआर के जिन जिलों में कोरोना के ज्यादा मामले सामने आए हैं, उन जिलों में कम्युनिटी लॉकडाउन भी किया जा सकता है। इन जिलों की विशेष निगरानी की जाएगी। मीटिंग में सीएम, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के अलावा वीडियो कांफ्रेंसिंग से गृह मंत्री अनिल विज, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस अध्यध कुमारी सैलजा, इनेलो विधायक अभय चौटाला व जजपा प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह इत्यादि शामिल हुए। बैठक के दौरान कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों, किसानों, फसल खरीद और आर्थिक हालात पर चर्चा हुई। गेहूं व सरसों के परचेज सेंटर बढ़ाने की सरकार ने जानकारी दी। मंडियों में भीड़ ना लगे, सबने इस पर अपने विचार रखे। खेतीबाड़ी से जुड़े लोगों को डीसी पास जारी करेंगे, इसके निर्देश दे दिए गए हैं। फसल खरीद के इंतजामों को लेकर सभी दलों के नेताओं ने अपने सुझाव दिए। खरीद प्रणाली की निगरानी करने का भी सुझाव आया है। गेहूं की खरीद प्रक्रिया के लिए 10 हजार लोगों की जरूरत होगी, इसके लिए पीडब्ल्यूडी या दूसरे विभागों के कर्मचारियों का सहयोग लिया जाएगा। 16 हजार मजदूर आश्रय गृहों में हैं, जिनमें से सवा हजार लोग वापस अपने स्थान पर जा रहे हैं। साढ़े 4 हजार कंबाइन के अलावा भी अतरिक्त कंबाइन फसल कटाई में लगाई जाएंगी। सभी दलों ने विधायकों से वेतन और भत्ते दान करने के लिए बातचीत करने का सुझाव दिया है।