कोटा (राजस्थान)। चिकित्सा व औषधि नियंत्रक विभाग की संयुक्त टीम ने स्टेशन क्षेत्र में मरीजों का इलाज करने का दावा करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के दो क्लीनिक को सीज कर दिया। सीएमएचओ डॉ. भूपेन्द्र सिंह तंवर ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देश पर झोलाछाप व उनके क्लीनिकों पर कार्रवाई शुरू की। टीम में औषधि नियत्रंण अधिकारी डॉ. संदीप केले, रोहिताश्व नागर, निशांत बघेरवाल, यश शर्मा, अमित शर्मा व नायब तहसीलदार ने स्टेशन क्षेत्र में दो क्लिनिक सीज कर दिए। गौरतलब है कि भीमगंज मंडी क्षेत्र में हाल ही में 9 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। इसमें से एक मरीज की रिपोर्ट आने से पहले ही मौत हो चुकी है, जबकि उसके संपर्क में आने वाले 8 अन्य व्यक्ति भी जांच में संक्रमित पाए गए। इन्हें फिलहाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। सीएमएचओ डॉ. तंवर ने बताया कि इन दोनों क्लीनिकों में से एक अल्फा क्लीनिक पर गत दिनों कोरोना संक्रमित मृतक इलाज के लिए गया था। इस क्लीनिक का संचालन मोईन अली कर रहा था। वहीं, एकता क्लिनिक के नाम से संचालित दूसरे क्लीनिक जिसका संचालन शाहिद द्वारा होना पाया गया। उस पर किसी तरह का कोई नाम नहीं लिखा हुआ था। इस पर वहां के स्थानीय व्यक्तियों एवं पुलिस प्रशासन द्वारा बताने पर उक्त क्लीनिक पर कार्रवाई करते हुए उक्त क्लीनिकों को प्रशासन द्वारा बनाई गई टीम ने मौके पर फर्द रिपोर्ट बनाकर शटर पर चस्पा कर क्लीनिक को सील कर दिया। उक्त क्लीनिक को भविष्य में क्लीनिक संचालक द्वारा सीएमएचओ कार्यालय में उपस्थित होकर दस्तावेज प्रस्तुत करने एवं प्राप्त दस्तावेज की जांच करने पर सही पाए जाने पर ही अनुमति प्रदान की जाएगी। अवैध क्लीनिक संचालकों को जो भी मेडिकल स्टोर संचालक दवाइयां उपलब्ध करवाएगा, उनके खिलाफ भी विभाग कार्रवाई करेगा। सीएमएचओ डॉ. तंवर ने बताया कि कोटा संचालित सभी अवैध क्लीनिक पर कार्रवाई की जाएगी।