जबलपुर। दवा दुकानों से कफ सीरप खरीदने वाले लोग प्रशासन के राडार पर आ गए हैं। प्रशासन के निर्देश के बाद दवा विक्रेताओं ने उन ग्राहकों का ब्यौरा एकत्र करना शुरू कर दिया है जो सर्दी-खांसी व बुखार की ओवर द काउंटर दवा खरीदने पहुंचते हैं। दवा विक्रेता ऐसे ग्राहक की सूचना नजदीकी पुलिस थाने अथवा कोविड-19 कंट्रोल रूम को देते हैं जिसके बाद उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है। 550 ऐसे ग्राहकों का पता चला है जिन्होंने सूखी खांसी आने की शिकायत बताकर कफ सीरप खरीदा था। इनमें से 343 लोगों से पुलिस व स्वास्थ्य विभाग ने संपर्क किया है, जिनमें फिलहाल कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। सभी को हिदायत दी गई है कि किसी भी तरह की शारीरिक समस्या होने पर विभाग को सूचना दें। विभाग द्वारा इन संदिग्धों से रोजाना फोन पर संपर्क कर सेहत का पता लगाया जा रहा है। दवा कारोबारियों का कहना है कि बुखार की ओवर द काउंटर दवा की बिक्री उन्होंने बंद कर दी है। यदि कोई ग्राहक सर्दी-खांसी व बुखार की शिकायत लेकर आता है तो उसे विक्टोरिया अस्पताल जाकर जांच कराने की सलाह दी जाती है। अधिकांश विक्रेताओं द्वारा चिकित्सक के परचे के बगैर सर्दी-खांसी व बुखार की दवा न दिए जाने के कारण विक्टोरिया व मेडिकल कॉलेज अस्पताल की फीवर क्लीनिक व आकस्मिक चिकित्सा कक्ष में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ गई है। चिकित्सकों का कहना है कि प्रशासन के इस निर्णय से ज्यादा से ज्यादा संदिग्धों का पता चल रहा है और उनकी स्क्रीनिंग कर जांच के लिए सैंपल भेजे जा रहे हैं। सीएमएचओ डॉ. मनीष मिश्रा दवा विक्रेताओं ने कुछ दिन के भीतर 550 ऐसे लोगों की जानकारी दी है जो कफ सीरप खरीदने गए थे या फिर उन्हें अथवा किसी स्वजन को सर्दी खांसी व बुखार की समस्या थी। 343 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। शेष की स्क्रीनिंग जारी है।