गुड़गांव। अवैध रूप से नशीली दवा इराक सप्लाई करने के मामले में जांच कर रही एसआईटी ने चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी है। दरअसल ड्रग कंट्रोलर, सीएम फ्लाइंग स्क्वाड व एसआईटी टीम ने 28 जुलाई को शहर के अलग-अलग एरिया में रेड कर 4 इराकी नागरिकों को अरेस्ट किया था। ये भारत से अवैध रूप से नशीली दवाएं खरीदकर आगे इराक में तस्करी करते थे। इनसे 74 लाख 55 हजार 500 रुपये नकद, फॉर्च्यूनर कार व भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं बरामद की गई थीं। ये पढ़ाई के नाम पर वीजा लेकर आए और फिर दवाओं की तस्करी करने लगे। सदर व सेक्टर-56 थाने में दर्ज दोनों एफआईआर में यह चार्जशीट पेश की गई है। सदर थाना में दर्ज केस में 10 लोगों को आरोपित बना करीब 250 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई है। वहीं, सेक्टर-56 थाने में दर्ज एफआईआर में 4 लोगों को आरोपित बना करीब 100 पेज की चार्जशीट दायर की गई है। बतादे कि जयपुर से पकड़े गए आरोपित ने खुलासा किया कि हीटीरो हेल्थकेयर कंपनी से एमआरपी 4200 रुपये प्रति इंजेक्शन की दर से दवा मंगवाता था। इसमें अपना मार्जिन रखकर आगरा के दवा व्यापारी अमित अग्रवाल को बेच देता था। अमित अग्रवाल अपने भाई मुकेश के जरिए दिल्ली के रुद्र मेडिकोज संचालक तरुण गोयल को बेच देता था। तरुण गोयल को अरेस्ट किया जा चुका है। तरुण गोयल आगे फ्रेंड्स मेडिकोज के साजिद व फैजान को दवा बेचता था। वहां से प्रदीप नामक व्यक्ति दवा खरीदकर इराकी तस्करों को बेचता था। इस पूरी चेन में 4200 रुपये कीमत का इंजेक्शन इराकी तस्करों तक 18 से 20 हजार रुपए में पहुंचता था। जिसे वे आगे अपना मुनाफा रख सप्लाई करते थे। मामले में तरुण गोयल, साजिद, फैजान व प्रदीप को अरेस्ट किया गया। एसआईटी ने इस मामले में दो अन्य आरोपितों को अरेस्ट किया। इनमें एक मेडिकल स्टोर संचालक नवीन शर्मा जबकि दूसरा सप्लायर दीपक शामिल है। इन्होंने मिलकर 7100 प्रतिबंधित इंजेक्शन व 12 हजार टैबलेट इराकी तस्करों को मुहैया कराई थीं। इन्हें मिलाकर मामले में कुल 14 आरोपितों को अरेस्ट किया गया। इनमें से 4 इराकी को छोड़कर बाकी 10 को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। दरअसल इराकी तस्करों की पहचान अकरम फैज, एडब्ल्यूएस राद नीलमाह अल हेंदी, मोहनाद व ऑथमाना के तौर पर हुई। इनकी महिला मित्र को भी अरेस्ट किया गया। एसआईटी ने 2 बड़े दवा सप्लायर जयपुर निवासी हरिओम टिकिवाल और यूपी आगरा के आकावाली गली निवासी अमित अग्रवाल को भी आगरा से काबू किया। अमित अग्रवाल अपने भाई मुकेश अग्रवाल के साथ एम के डिस्ट्रिब्यूटर होलसेल मेडिसिन डिस्ट्रिब्यूटर दवा की दुकान चलाता है। तो वही एसआईटी सूत्र ने बताया कि चार्जशीट तो दायर की जा चुकी है। लेकिन इस केस में जिन कंपनियों की दवा आरोपितों से बरामद हुई, उन कंपनियों के अधिकारियों को भी शामिल जांच कर पूछताछ की जानी है। लेकिन इन कंपनियों की भूमिका संदिग्ध नहीं है। कंपनियों ने तो अपने डिस्ट्रिब्यूटरों को दवा उपलब्ध कराई। जिसके बाद उन्होंने आगे इराकी तस्करों को ये बेच दी।