नई दिल्‍ली। अमेरिका की फार्मा कंपनी फाइजर और उसके जर्मन पार्टनर बायोएनटेक एसई ने 12 साल से कम उम्र के बच्‍चों के लिए अपने कोविड-19 वैक्‍सीन का ट्रायल शुरू कर दिया है। अमेरिकी कंपनी ने गुरुवार को उम्‍मीद जताई कि वह 2022 की शुरुआत में बच्‍चों के लिए कोरोना वायरस टीका बाजार में पेश करने में सफल होगी। फाइजर के प्रवक्‍ता शैरोन कैस्टिलो ने बताया कि बुधवार को वॉलेंटियर्स के पहले बैच को शुरुआती ट्रायल के तहत पहला इंजेक्‍शन दिया गया। उल्‍लेखनीय है कि अमेरिका में फाइजर-बायोएनटेक ही अकेली ऐसी कंपनी है, जिसके वैक्‍सीन को 16 और 17 साल के बच्‍चों को लगाने की मंजूरी दी गई है।

Moderna की वैक्‍सनी को 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को लगाने की मंजूरी मिली है। इसके अलावा अभी और किसी कंपनी की वैक्‍सीन को बच्‍चों के लिए उपयोग की मंजूरी नहीं दी गई है। फाइजर और बायोएनटेक ने तीन चरणों में होने वाले ट्रायल में भाग ले रहे 144 प्रतिभागियों को तीन अलग-अलग डोज- 10, 20 और 30 माइक्रोग्राम- में वैक्‍सीन के दो शॉट देकर शुरुआत सुरक्षा परीक्षण करने की योजना बनाई है। इसके बाद ट्रायल के अंतिम चरण में प्रतिभागियों की संख्‍या बढ़ाकर 4500 की जाएगी। कंपनी ने उम्‍मीद जताई है कि 2021 की दूसरी छमाही में इन परीक्षणों के परिणाम उपलब्‍ध होंगे।

फाइजर और बायोएनटेक के वैक्‍सीन को 16 साल और इससे कम उम्र के बच्‍चों पर ट्रायल के लिए यूएस रेगूलेटर्स ने पिछले साल दिसंबर में अपनी मंजूरी प्रदान की थी। यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डाटा के मुताबिक, बुधवार सुबह तक अमेरिका में लगभग 6.6 करोड़ लोगों को कोविड-19 टीका लग चुका है। मॉडेर्ना इंक ने भी पिछले हफ्ते बच्‍चों के लिए अपने कोविड-19 वैक्‍सीन का ट्रायल शुरू किया है। इसमें 6 माह से लेकर 16 वर्ष की उम्र तक के बच्‍चे शामिल हैं। ठीक इसी प्रकार का ट्रायल अब फाइजर ने भी शुरू किया है।