फर्रुखाबाद : जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेला की हकीकत देखने जब डीएम निकले तो वह चौक गए। उन्हें मौके पर न डॉक्टर मिले और न ही मरीज।

अनुपस्थित डॉक्टरों और कर्मचारियों का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश सीएमओ को दिए। जिले के 32 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 689 मरीजों का उपचार किया गया।

डीएम संजय कुमार सिंह ने दोपहर में नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया। भोलेपुर पीएचसी पर डॉ. संध्या वर्मा, डॉ. स्मिता शाक्य, सीएचओ अंजली मौदूज नहीं थीं। केवल चार लोगों का उपचार किया गया था। 10 लोगों का कोविड टीकाकरण हुआ। वह मरीज भी फार्मासिस्ट अखिलेश ने देखे थे।

जिलाधिकारी ने डॉ. स्मिता शाक्य को फोन कर पूछा कहां हो तो डॉक्टर बोलीं पीएचसी पर। जब डीएम ने कहा कि वह पीएचसी पर ही मौजूद हैं तो डॉक्टर भागती हुईं अस्पताल पहुंचीं।

डॉक्टरों के न बैठने से मरीज न आने पर जिलाधिकारी ने सभी को फटकार लगाई और पूरी ड्यूटी करने के निर्देश दिए।
इसके बाद जिलाधिकारी पीएचसी साहबगंज पहुंचे। डॉ. अंजुला गोस्वामी, डॉ. रामप्रकाश, फार्मासिस्ट रतनेश कुमार,

एलटी आर्दश कुमार, पीएचसी नौलक्खा में डॉ. मधु अग्रवाल, एलटी नरेंद्र सिंह और सीएचओ गौरव सक्सेना अनुपस्थित थे। मरीज भी मौके पर नहीं मिले।

उन्होंने सभी पीएचसी पर आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मौजूद रखने के सीएमओ व जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया है।