हरियाणा : हिसार में हेपेटाइटिस-सी के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में सर्वाधिक रोगी बरवाला, हांसी, आदमपुर, उकलाना व हिसार सिटी से सामने आए हैं।
बता दें कि ऐसे सैकड़ों रोगियों का इलाज सिविल अस्पताल के एचसीवी क्लीनिक में चल रहा है। हेपेटाइटिस-सी बढ़ने के मुख्य कारण झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवाना, नशे में एक इंजेक्शन का मल्टी-पर्सन प्रयोग, संक्रमित सुई से टैटू बनवाना और परिवार के किसी एक सदस्य का पहले से रोग ग्रस्त होना माना जा रहा है।
हेपेटाइटिस-सी का देरी पता चलना औऱ जांच व इलाज देर से शुरू होने के कारण लीवर कैंसर का खतरा भी बढ़ गया है।
ऐसे 5 रोगी लीवर कैंसर से ग्रस्त मिले हैं, जिन्हें उपचार के लिए अब पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया है।
आपको बता दें कि एचसीवी क्लीनिक में समय पर सही इलाज करवाकर 1726 रोगी हेपेटाइटिस-सी मुक्त हो चुके हैं, जबकि 604 रोगियों का इलाज अभी जारी है। क्लीनिक में हेपेटाइटिस बी के 240 रोगी पंजीकृत हैं। इसमें 90 फीसद रोगियों को दवाइयों की जरूरत नहीं पड़ती है लेकिन स्वास्थ्य की निगरानी व समय-समय पर जांच जरूरी है।