वॉशिंगटन : इस समय मंकीपॉक्स का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। इस वायरस ने 42 देशों में 3,417 लोगों को संक्रमित किया है। इसको देखते हुए वैज्ञानिक और नागरिक टीमों के वैश्विक सहयोग विश्व स्वास्थ्य नेटवर्क (डब्ल्यूएचएन) ने गुरुवार को मंकीपॉक्स को महामारी घोषित किया।

यह घोषणा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की बैठक से पहले की गई है। डब्ल्यूएचएन ने संक्रमण के मामलों को ट्रैक करने वाली वेबसाइट मंकीपॉक्समीटर का हवाला देते हुए कहा कि अब 58 देशों में 3,417 पुष्ट मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं, और इसका प्रकोप तेजी से कई महाद्वीपों में फैल रहा है। डब्ल्यूएचएन ने मंकीपॉक्स को आपदा बनने से रोकने के लिए डब्ल्यूएचओ और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण और रोकथाम संगठनों द्वारा तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

इसने कहा कि भले ही मृत्युदर चेचक की तुलना में बहुत कम है, लेकिन इसके फैलाव को रोकने के लिए अगर ठोस वैश्विक कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो संक्रमण से लाखों लोगों की मौत हो जाएगी और कई संक्रमित लोग अंधे और विकलांग हो जाएंगे।

क्या है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स ऐसा वायरस है, जिसमें गंभीर दर्दनाक बीमारी सहित जनता को महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचाने की क्षमता है, जिसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप मृत्यु, त्वचा पर निशान, अंधापन और अन्य दीर्घकालिक विकलांगता हो सकती है। गंभीर बीमारी की चपेट में सबसे अधिक बच्चे, गर्भवती और वे लोग शामिल हैं जो प्रतिरक्षा से समझौता करते हैं।