श्रीनगर : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक परिषद ने विशेष 500 बिस्तरों वाले बाल चिकित्सा अस्पताल के निर्माण को मंजूरी दी। परिषद की सहमति के बाद, इस पर काम शुरु हुआ और अब अस्पताल बनकर तैयार है।

यह 26 सितंबर (सोमवार) से काम करने के लिए पूरी तरह तैयार है। मशीनरी और अन्य उपकरण अस्पताल में लगा दिए गए हैं। अगले सप्ताह से बाह्य रोगी विभाग और श्रीनगर के सोनावर स्थित जीबी पंत अस्पताल में दाखिले बंद रहेंगे और साथ ही बेमिना के बाल चिकित्सालय में मरीजों का प्रवेश शुरू हो जाएगा।

70 साल के लंबे समय के बाद कश्मीर में बच्चों के लिए 500 बिस्तरों की विशेष सुविधा मिलने की तैयारी है। सात दशकों तक जम्मू-कश्मीर पर शासन करने वाले राजनेताओं ने सिर्फ बड़े-बड़े वादे किए लेकिन उन्हें पूरा करने में असफल रहे।

एक करोड़ से अधिक आबादी वाले कश्मीर में बच्चों के लिए 1947 से 2022 तक सिर्फ 130 बेड का अस्पताल है। 2018 तक जम्मू-कश्मीर पर शासन करने वाले राजनेताओं ने विकास और शासन पर ध्यान नहीं दिया। वे उन मुद्दों को उठाने में लगे रहे जिनका आम आदमी के कल्याण से कोई लेना-देना नहीं था।