कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के. सुधाकर ने लापरवाही के आरोप में तीन महिला नर्सों और एक डॉक्टर को निलंबित करने का आदेश दिया।

आपको बता दें कि एक सरकारी अस्पताल में इलाज से मना करने के बाद प्रसव के दौरान एक महिला और उसके जुड़वां बच्चों की मौत हो गई थी।

मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया और दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी।

मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों में मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करने पर जवाबदेही तय करने और चिकित्सा कर्मचारियों को दंडित करने के लिए एक कानून लाने पर भी विचार करेगी।

डॉ के. सुधाकर ने कहा, अगर सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर और कर्मचारी लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, तो उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा।

तमिलनाडु की एक मजदूर गर्भवती महिला को तुमकुर के सरकारी अस्पताल में कर्मचारियों ने भर्ती करने से इंकार कर दिया था, क्योंकि उसके पास कथित तौर पर आधार कार्ड या राज्य सरकार के मातृत्व कार्ड जैसे दस्तावेज नहीं थे।