इन दिनों बाजार में तेजी से कैंसर और लिवर की नकली दवा बिक रही है। इसको लेकर खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से चेतावनी जारी की गई है। ड्रग कंट्रोलर सेंट्रल ड्रग स्टैण्डर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) ने जिन लिवर और कैंसर की दवा को लेकर सतर्क रहने को कहा है उनमें लिवर की दवा डेफिटालियो (Defitalio) और कैंसर की दवा एडसेट्रिस (Adcetris) है। ये दवाएं भारत सहित चार देशों में बिक रही है।

WHO ने कैंसर और लिवर की दो नकली दवा को लेकर चेतावनी जारी की 

WHO ने कैंसर और लिवर की दो नकली दवाओं को लेकर चेतावनी जारी की है। बता दें कि डेफिटालियो का इस्तेमाल लिवर सेल्स ब्लॉक हो जाने में किया जाता है। वहीं एडसेट्रिस दवा का इस्तेमाल ब्लड कैंसर के इलाज में किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर  CDSCO ने कहा कि असली दवाएं जर्मनी और ऑस्ट्रिया में पैक की जाती हैं। बाजार में मिल रही नकली दवाएं यूके और आयरलैंड में पैक हुई हैं। संस्था ने कहा है कि दवाओं पर लिखी एक्सपायरी डेट गलत है। इसके अतिरिक्त इन दवाओं को बनाने वाली कंपनियों को भारत और तुर्की बेचने की अनुमति नहीं है।

इन दवाओं से जा सकती है मरीज की जान 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि लिवर की नकली डिफिटेलियो दवा का इस्तेमाल करने से कई स्वास्थ्य खतरे बढ़ सकते हैं। इससे मरीज की जान भी जा सकती है। वही नकली एडसेट्रिस इंजेक्शन 50एमजी का इस्तेमाल भी जान जोखिम में डाल सकता है।

ये बैच के असली नंबर हैं- Batch No. 11980412 ED: 04/2024
Batch No. 12188747 ED:01/2025
Batch No. 12188749 ED:01/2025
Batch No. 12200242 ED:01/2025
Batch No. 12202389 ED:01/2025
Batch No. 12310404 ED:09/2025
Batch No. 512053 ED:11/2024

नकली दवाओं की पहचान 

दवाएं लेने के बाद हमेशा डॉक्टर से दवाओं को चेक कराएं और उनकी सलाह पर इनका इस्तेमाल करें। इसके अतिरिक्त हमने जो बैच नंबर बताया है उससे अपनी दवाओं को मैच करें, इससे आसानी से पता चल सकता है कि आपकी दवाएं नकली हैं या असली।

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