मुंबई। मेफ्टाल और मेफ्टाल स्पास दवा बनाने वाली कंपनी ने आईपीसी के अलर्ट पर अपना स्पष्टीकरण दिया है। निर्माता कंपनी ब्लू क्रॉस लैब्स ने कहा है कि उनकी यह दवा किसी भी तरह से ब्रांड की सुरक्षा, प्रभाव और उच्च गुणवत्ता को प्रभावित नहीं करती है।

बता दें कि हाल ही में इंडियन फार्माकोपिया कमीशन (आईपीसी) ने मेफ्टाल और मेफ्टाल स्पास दवा के इस्तेमाल को लेकर अलर्ट जारी किया था। दिसंबर में मेफ्टाल के संबंध में अलर्ट में कहा गया था कि PVPI डाटाबेस से प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं के प्रारंभिक विश्लेषण से ड्रेस सिंड्रोम का पता चला है। ड्रेस सिंड्रोम कुछ दवाओं के कारण होने वाली एक गंभीर एलर्जी को कहा जाता है। अब दवा बनाने वाली कंपनी ने स्पष्टीकरण जारी किया है। मेफ्टाल में मेफेनैमिक एसिड और इसके दुष्प्रभाव पर कंपनी ने कहा कि आईपीसी का अलर्ट डॉक्टरों और मरीजों को मेफेनैमिक एसिड की एडवर्स ड्रग रिएक्शन की संभावना पर नजर रखने की सलाह देने के लिए था।

दवा के कथित दुष्प्रभाव को नकारा

दवा विनिर्माण कंपनी ब्लू क्रॉस लेबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ने दवा के कथित दुष्प्रभाव को नकारा है। कंपनी ने कहा कि मेफ्टाल और मेफ्टाल-स्पास किसी भी तरह से ब्रांड की सुरक्षा, प्रभाव और उच्च गुणवत्ता को प्रभावित नहीं करता है। दवाई से जुड़ी स्टडी और मरीजों पर इस्तेमाल के बाद मिले साक्ष्यों और क्लिनिकल अध्ययन से साफ हुआ है कि इसके इस्तेमाल से लाखों रोगियों को लाभ मिला है।

विदेशों में भी दवा का हो रहा इस्तेमाल

कंपनी ने कहा कि मेडिकल साइंस में मेफेनैमिक एसिड का इस्तेमाल लंबे समय से हो रहा है। मेफ्टाल और मेफ्टाल-स्पास दवाओं में मेफेनैमिक एसिड, भारत के अलावा विदेशों में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। चार दशकों से अधिक समय से इस्तेमाल के बाद बड़ी संख्या में मरीजों को फायदा पहुंचा है।

ड्रेस सिंड्रोम बहुत ही दुर्लभ घटना

कंपनी ने कहा कि एडीआर यानी ड्रेस सिंड्रोम बहुत ही दुर्लभ घटना है। किसी भी दवा को निर्धारित करते समय डॉक्टर किसी भी एडीआर के जोखिम को कम करने के लिए रोगी के बैकग्राउंड और अन्य व्यक्तिगत कारकों पर विशेष ध्यान देते हैं। फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया सभी दवाओं के प्रतिकूल प्रभावों पर डेटा एकत्र करती है। आईपीसी और स्वास्थ्य मंत्रालय के दायरे में इसका संचालन होता है।

कंपनी में PVPI के प्रयासों का पूरा समर्थन

मेफ्टाल

कंपनी का कहना है कि फार्माकोविजिलेंस सभी रोगों की स्थितियों के लिए सभी दवाओं की सुरक्षा और असर सुनिश्चित करने के लिए रोगियों के हित में काम करता है। ब्लू क्रॉस लैबोरेटरीज एक जिम्मेदार दवा बनाने वाली कंपनी है। इसके पास आंतरिक रूप से एक मजबूत फार्माकोविजिलेंस प्रणाली है जो PVPI के प्रयासों का समर्थन करती है।

इन रोगों में होती है मेफ्टाल इस्तेमाल

बता दें कि मेफ्टाल और मेफ्टाल-स्पास दवा भारत में दर्द, बुखार और ऐंठन जैसे रोगों में इस्तेमाल की जाती है। डॉक्टर इलाज के लिए इस पर भरोसा करते हैं। इस दवा में कई चीजें मिलाई जाती हैं, जिसमें एक सक्रिय इंग्रेडिएंट्स मेफेनैमिक एसिड भी होता है।